खबर पर संज्ञान:6 माह से अटकी फाइल आखिरकार चल पड़ी
0 पत्रकार भवन बरपाली का मुआवजा/स्वीकृति/ निर्माण का मामला
कोरबा-बरपाली। आखिरकार खबर पर संज्ञान लिया गया और ठहरी हुई फाइल चल पड़ी।
चांपा-कटघोरा के मध्य निर्माणाधीन नेशनल हाईवे-149 बी मेें अधिग्रहित किए गए ग्राम बरपाली स्थित पत्रकार भवन को मुआवजा लंबित होने के बावजूद तहसीलदार की मौजूदगी में एनएच के ठेकेदार द्वारा एक झटके में ढहा दिया गया।
लगभग डेढ़ से दो साल का लंबा समय बीतने के बाद भी उक्त भवन का मुआवजा प्रदाय नहीं किया जा सका है। इस पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारियों और बाबुओं की लापरवाही और उदासीनता सामने आई जिसे satysanwad.com ने प्रमुखता से सामने लाया। ग्राम बरपाली पटवारी हल्का नंबर 06, राजस्व निगम मंडल बरपाली स्थित खसरा नंबर-692/1 रकबा 0.624 पर निर्मित 40 गुणा 61 वर्गफीट के इस भवन के प्रथम तल पर भी 30 गुणा 27 वर्गफीट पर निर्माण कराया गया था। उक्त भवन का मुआवजा लगभग 17 लाख रुपए निर्धारित किया गया। यह राशि लगभग डेढ़ साल से जिला पंचायत के खाता में आकर जमा है लेकिन जिला पंचायत से यह राशि आज तक जनपद पंचायत करतला नहीं पहुंच सकी और इसके कारण जनपद से उक्त राशि ग्राम पंचायत बरपाली को अंतरित नहीं हुई। आक्रोशित पत्रकारों ने जब मुआवजा की छानबीन की तो पता चला कि पिछले 6 महीने से यह फाइल जनपद में ही पड़ी है। फाइल एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी जबकि जिला मुख्यालय की दूरी बमुश्किल 20 से 25 किलोमीटर है। फाइल को जान बूझकर रोका गया था, इसे दबाकर रख दिया गया था और इंजीनियर का हस्ताक्षर न होने का हवाला दिया गया।
छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन करतला इकाई के अध्यक्ष लखन गोस्वामी व अन्य पत्रकारों के जरिये हमने इस बात को भी प्रमुखता से सामने लाया कि मात्र एक हस्ताक्षर न होने से किस तरह 6-6 महीने फाइल रुक जाती है और धूल जमती रहती है।
इस खबर के प्रकाशन के बाद आनन-फानन में सारी खामियों को दूर कर आखिरकार आज 16 मई को संबंधित प्रस्ताव करतला जनपद से जिला पंचायत सीईओ के दफ्तर पहुंचाया गया। इसमें 16 लाख 83 हजार 231 रुपये की लागत से पत्रकार भवन निर्माण का प्रस्ताव शामिल है। बरपाली के पत्रकारों को उम्मीद है कि जल्द ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।