दुःखद: जिंदगी की जंग हार गया प्रियांशु,शोक की लहर
*माँ…तेरी दुनिया से होके मजबूर चला, मैं बहुत दूर…बहुत दूर…..बहुत दूर चला…!!
कोरबा-पाली। बेबस,लाचार, और दुखी मां ने अपने लिवर फेल्योर मासूम बच्चे की जिंदगी बचाने अपना लीवर डोनेट करने का फैसला लिया और ऑपरेशन की तैयारी भी हो चुकी थी लेकिन नियति को शायद कुछ और मंजूर था….मासूम प्रियाशु ने जिदगी और मौत से संघर्ष करते हुए अंततः आज सुबह इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पाली में कक्षा पांचवी के छात्र प्रियांशु निवासी वार्ड क्रमांक 12, नगर पंचायत पाली… य़ह 10 वर्षीय मासूम बालक लीवर में गंभीर बीमारी से जूझ रहा था जिसका एम्स रायपुर में भर्ती कराकर इलाज किया जा रहा था, जहां से गहन चिकित्सा के लिए एम्स दिल्ली रेफर किया गया लेकिन स्थिति नाजुक होने के कारण एम्स दिल्ली के स्पेशलिस्ट डाक्टर एम्स रायपुर आकर बालक की माँ गायत्री द्वारा डोनेट होने वाले लिवर का ट्रांसप्लांट करने वाले थे..इस बालक के इलाज के लिए शासन स्तर पर और अन्य माध्यम से आर्थिक मदद मिल रहा था. सोशल मीडिया मे मदद की अपील के बाद मानवता के लिए समर्पित जनों की ओर से मुक्त हस्त आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ।जिसमें से 85101/- रू की राशि गत दिनों परिजन के घर जाकर सौंपा गया था।
तब परिवारजनों ने बताया कि बालक की हालत स्थिर है. लीवर फेलवर की स्थिति है। लीवर ट्रांसप्लांट के लिए माँ का लीवर मैच हो गया है जो लिवर डोनेट करेगी. अगले कुछ दिन बीमार बालक के लिए क्रिटिकल रहेंगे। परिवार ने सहयोग के लिये हार्दिक आभार जताते हुए बच्चें की जिंदगी के लिए आप सबसे ईश्वर से प्रार्थना/दुआ की विनम्र अपील किया था।लोगों ने दुआएँ भी की, लेकिन बालक की जान नहीं बच पाई। शायद इस मासूम की इतनी ही छोटी जिंदगी थी….