0 न घण्टाघर में रोके गए न कोसाबाड़ी चौक पर,घेरा था कलेक्ट्रेट

कोरबा। एसईसीएल की विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित भूविस्थापितों की 14 सूत्रीय मांगों को लेकर माकपा, छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व में 3 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर बैठकर भूविस्थापित लोगों ने दोपहर 1 बजे से रात 9 बजे तक 8 घंटे प्रदर्शन किया। इससे पहले दोपहर 12 बजे घंटाघर चौक से कोसाबाड़ी होते हुए कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली गई लेकिन इन्हें कहीं भी रोका-टोका नहीं गया। इस मामले में रात 9 बजे प्रशासन द्वारा 5 अक्टूबर को एसईसीएल के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक कराए जाने का लिखित आश्वासन मिलने उपरांत धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया। इसके बाद नायब तहसीलदार के द्वारा सिविल लाइन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

इस मामले में कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं दण्डाधिकारी, कोरबा के द्वारा थाना प्रभारी सिविल लाईन, रामपुर को बिना सूचना /अनुमति के धरना प्रदर्शन करने पर कार्यवाही करने बावत पत्र लिखा गया था। इसके आधार पर नायब तहसीलदार अमित केरकेट्टा द्वारा 9 बजे के बाद दर्ज कराई गई रिपोर्ट में प्रशांत झा, दीपक साहू एवं नरेन्द्र राठौर पर धारा 341,34 भादवि के तहत जुर्म दर्ज किया गया है। आरोप है कि इनकी अगुवाई में अन्य किसानों के द्वारा दिनांक 03.10.2023 को आई.टी.आई. तानसेन चौक रामपुर में बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन ध्वनि विस्तारक यंत्रो के साथ किया जा रहा है। सड़क पर धरना प्रदर्शन करने से जन सामान्य का आवागमन बाधित हो रहा है एवं ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग के कारण उत्पन्न होने वाले कोलाहल से सड़क पर दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। इस जमावड़े से क्षेत्र में लोक परिशांति भंग होने की अत्यंत प्रबल संभावना है। अत: उपरोक्तानुसार संबंधितों के विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कानूनी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। पुलिस द्वारा इस आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज कर विवेचना की जा रही है। इस मामले में प्रशांत झा का कहना है कि कलेक्ट्रेट घेराव और प्रदर्शन की सूचना दे दी गई थी।