रायपुर/कोरबा। छत्तीसगढ़ में एक पत्रकार द्वारा अडानी समूह के लिए दलाली करने का गंभीर आरोप सामने आया है। यह पत्रकार अंग्रेजी अखबार की आड़ में अपने निजी स्वार्थ के लिए काम कर रहा है। जानकारी के अनुसार, खुद को वरिष्ठ पत्रकार बताने वाला यह व्यक्ति अडानी के पक्ष में काम करने के एवज में भारी लाभ प्राप्त कर रहा है। आरोप है कि यह दलाल पत्रकार अपने व्यक्तिगत हितों के लिए अडानी की छवि सुधारने और उसके विरोधियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।
घटना तब प्रकाश में आई, जब कोरबा के एक स्वतंत्र पत्रकार ने अडानी के खिलाफ खबर प्रकाशित की और उसे इसके परिणामस्वरूप कई व्हाट्सएप समूहों से बिना किसी पूर्व सूचना के हटा दिया गया। यह माना जा रहा है कि उस पत्रकार को समूहों से निकालने के पीछे इस तथाकथित दलाल का ही हाथ था।
आरोपों के घेरे में दलाल पत्रकार:
सूत्रों के अनुसार, यह व्यक्ति खुद को एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी का भाई बताकर पत्रकारों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है। आरोप यह भी है कि अडानी समूह से मिलने वाले आर्थिक लाभ के कारण वह निष्पक्षता से पत्रकारिता करने के बजाय एक एजेंडे के तहत काम कर रहा है। इस घटना ने छत्तीसगढ़ के पत्रकारिता जगत में सनसनी फैला दी है, जहां कई पत्रकारों ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
व्हाट्सएप समूहों से निष्कासन की कार्रवाई:
जिस तरह से इस पत्रकार ने अडानी के खिलाफ लिखने वालों को व्हाट्सएप समूहों से निकाला, उसी तरह अब उसे भी कई समूहों से बाहर कर दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि रायपुर स्थित अंग्रेजी अखबार, जिसके साथ वह जुड़ा हुआ है, ने भी उसे हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पत्रकारिता के उच्च मानकों के खिलाफ काम करने वाले इस व्यक्ति को आने वाले दिनों में और भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
आगे और भी खुलासे होंगे:
यह मामला यहीं नहीं रुकने वाला है। आने वाले दिनों में इस दलाल पत्रकार और उसके कृत्यों को लेकर और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की उम्मीद है।