बिहार-गया। बिहार के गया जिले के गुरुआ प्रखंड के नगवां गढ़ ग्राम के निवासी श्यामजी सिंह के पुत्र ,भारत के प्रतिष्ठित युवा सामाज सुधारक, वैश्विक मानवतावादी, शांति एवं न्याय के पैरोकार ,राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित गांधीवादी विचारक दीपक कुमार सिंह को ब्रिटिश प्रत्यायन प्राधिकरण (यूरोपियन बोर्ड फॉर ज्वाइंट एक्रीडिटेशन सिस्टम)से मान्यता प्राप्त फ्रांस के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान प्रेंच कॉलेज के द्वारा मानव विकास के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए मानद डॉक्टरेट (Honorary Doctorate) की उपाधि से सम्मानित किया गया है।
यह उपाधि उन वैश्विक हस्तियों को दी जाती है जिन्होंने सहिष्णुता, न्याय, मानवता, सांस्कृतिक मूल्यों और विज्ञान के प्रसार में उत्कृष्ट व अनुकरणीय योगदान दिया है। इस सम्मान का प्रमाणपत्र आधिकारिक रूप से 19 मार्च 2025 को जारी किया गया। इस ऑनरेरी डॉक्टरेट डिग्री के बाद वह अपने नाम के आगे डॉक्टर शब्द का उपयोग कर पाएंगे। दीपक कुमार सिंह का जीवन एक मिशन है युवाओं को वैश्विक स्तर पर एकजुट करना और उन्हें शांति को बढ़ावा देना,मानवता को बनाए रखना,सामाजिक न्याय का पालन करना एवं एक न्यायपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रेरित करना। उनका दृष्टिकोण संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) और भारत के 2047 विजन के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य एक करुणामयी, समानता-आधारित और न्यायसंगत भविष्य का निर्माण करना है। डॉ. दीपक सिंह युवाओं को ज्ञान, नेतृत्व, नवाचार, एकता और स्थिरता के माध्यम से सशक्त बनाने में विश्वास रखते हैं। उनका मानना है कि युवा ही किसी राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति होते हैं, और यदि सही दिशा में उनका मार्गदर्शन किया जाए, तो वे समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। इसी सोच के साथ, वे युवाओं को सामाजिक परिवर्तन और मानवता की सेवा के प्रति प्रेरित कर रहे हैं।उनके प्रयासों के तहत सैकड़ों युवा सामाजिक परिवर्तन और मानव सेवा की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। वे विभिन्न मंचों पर भारत की युवा शक्ति को वैश्विक पहचान दिलाने और मानवीय मूल्यों को स्थापित करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
डॉ. दीपक कुमार सिंह को उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। और उन्हें कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और उन्होंने प्रतिनिधित्व भी किया है उन्होंने खुद भी कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंच बना रखे है ताकि लोगों प्रतिनिधित्व का मौका मिल सके उन्होंने अपनी विचारधारा और कार्यों से एक नई सामाजिक क्रांति की शुरुआत की है, जिसमें शांति, मानवता और न्याय को केंद्र में रखा गया है। उनका यह सम्मान न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है और यह सम्मान यह सिद्ध करता है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और प्रयास सच्चे हों, तो वैश्विक स्तर पर पहचान बनाना कोई असंभव कार्य नहीं। डॉ. दीपक सिंह का यह मानद डॉक्टरेट सम्मान उनके अथक परिश्रम, अद्वितीय नेतृत्व क्षमता, और मानवता की सेवा के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक है, जो उन्हें एक वैश्विक आदर्श बनाता है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इसका श्रेय माता पिता, परिवार,समाज और देशवासियों को जाता है मै तो एक माध्यम हु लोगों का प्यार और स्नेह ही मुझे नामुमकिन कार्य को मुमकिन करने में हिम्मत देती है। इस खुशी के अवसर पर बधाई देने वाले के ताते लगे है जिसमें देश और विदेश भर के गणमान्य लोगों का कॉल और मैसेज के माध्यम से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी जा रही है
