कोरबा। बड़ी गाड़ियों से डीजल की चोरी के उसे कुछ ट्रेक्टर चालकों को बेचने का खुलासा हुआ है। चोरी के डीजल से कई टेक्टर चल रहे है जबकि जिस वाहन से चोरी किये जाते रहे,उसके मालिक/कम्पनी/फर्म/शासन को चपत लगती रही। इसका खुलासा तब हुआ जब कोरबी चौकी पुलिस द्वारा डीजल चोरों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए डीजल चोर के कब्ज से 210 लीटर डीजल को जप्त किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा क्षेत्र में हो रहे अवैध कबाड़, डीजल चोरी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के संबंध में दिये गये हैं। चौकी प्रभारी कोरबी एएसआई अफसर खान को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम बर्रा बोदराडांड निवासी दशरथ सिंह पिता बाबूलाल धोबी 38 वर्ष के पास अवैध तरीके से डीजल रखा हुआ है। पुलिस टीम को सूचना प्राप्त होते ही ग्राम बर्रा बोदराडांड के पास जाकर उक्त व्यक्ति के घर में दबिश देकर उसके कब्जे से 210 लीटर अवैध डीजल बरामद किया गया।
आरोपी से पूछताछ में उसने बताया कि पुटीपखना पसान कोरबी क्षेत्र में रेल कॉरिडोर का कार्य चल रहा है। उक्त जगह पर हाइवा, ट्रक से डीजल की चोरी किया करता था। चोरी के डीजल को आसपास के ट्रैक्टर संचालकों को दिया करता था। आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर चोरी किए गये लगभग 210 लीटर डीजल जप्त किया गया है।
0 खदान क्षेत्र में भी यही खेल
विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि कुसमुण्डा सहित दीपका-गेवरा, सराईपाली, मानिकपुर कोयला खदान क्षेत्र में भी यही खेल खेला जा रहा है। कोयला खदान में चलने वाले बड़े-बड़े भारी वाहनों और मशीनों से डीजल की चोरी हो रही है। चोरी किए गए डीजल खदान के भीतर ही चुनिंदा ट्रांसपोर्टरों की कोयला गाड़ियों और शहर में धड़ल्ले से दौड़ाये जा रहे अनेक रेत वाले ट्रैक्टरों में खपाए जा रहे हैं। ट्रैक्टरों के साथ-साथ टीपर में भी चोरी का डीजल खप रहा है। जिस पैमाने पर यहां रेत के अवैध खनन से लेकर परिवहन में लगे ट्रैक्टर और टिप्पर का फेरा दिन भर लगता रहता है उसमें डीजल की खपत चोरी का होना कोई बड़ी बात नहीं। कुसमुण्डा खदान क्षेत्र से लगे बरमपुर एरिया में पकड़ाई चोरी की रेत का अवैध भंडारण में अवैध डीजल की बड़ी भूमिका है। बताया जाता है कि इसके कर्ताधर्ता लोग बड़ी साठगांठ से काम कर रहे हैं कि चोरी पकड़ने में पुलिस और प्रशासन का पसीना निकल जा रहा,पर इन पर हाथ नहीं डाल पा रहे हैं। पिछले महीने दिखावे की जप्ती के बाद बरमुपर में रेत की चोरी,अवैध भंडारण,परिवहन सब पहले जैसा हो गया है।