0 भाजपा मंडल अध्यक्ष,पूर्व् नगर पंचायत अध्यक्ष और जनपद उपाध्यक्ष ने लिखा है पत्र
0 डीएफओ के बाद वन मंत्री के सीधे संज्ञान में लाया गया,फिर भी यथावत
कोरबा-पाली। कोरबा जिले के कटघोरा वन मण्डल में वर्षों से पदस्थ पाली परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर यशमन कुमार आडिल पर कार्रवाई तो दूर उसके विरुद्ध कोई जांच तक नहीं हो रही है। पाली क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने इस संबंध में सबसे पहले डीएफओ से मिलकर शिकायत की। इसके बाद जब 15 जनवरी 2025 को प्रदेश के वनमंत्री केदार कश्यप जिला प्रवास पर रहने के दौरान पाली पहुंचे तो उन्हें भी हाथों हाथ के डिप्टी रेंजर के विरुद्ध आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गई थी। वनमंत्री ने इस मामले में कार्रवाई के लिए अनुशंसा हेतु शिकायत पत्र भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज शर्मा की तरफ बढ़ा दिया। माना जा रहा था कि सुशासन राज में भाजपा के नेताओं को सुनकर वनमंत्री द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाएगी औऱ सताए हुए लोग भी आशान्वित थे लेकिन कार्रवाई की आशा आज तक निराशा में ही अटकी है। ऐसा लगता है कि वन मंत्री की भी इन्हें परवाह नहीं है या फिर मनमानी करने की आंतरिक छूट एप्रोच के साथ मिली हुई है। ऐसे में किसी भ्रष्ट कर्मचारी या अधिकारी के विरुद्ध शिकायत पर कार्रवाई करा देने का दम भरना भाजपा नेताओं के लिए बेमानी साबित हो रहा है। आमजन में भाजपा नेताओं के साथ-साथ मंत्री व सरकार की छवि भी कहीं-न-कहीं प्रभावित होती है। शिकायत पर कार्रवाई के संबंध में जब मनोज शर्मा से संपर्क किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।
बताते चलें कि डिप्टी रेंजर होने का बेजा फायदा उठाते हुए उसके द्वारा आम लोगों को परेशान करते हुए उनके विरुद्ध जानबूझकर प्रकरण बनाने और फिर समझौता करने/ कराने के नाम पर उगाही किए जाने के मामले सामने आते रहते हैं। इसका एक ऑडियो भी वायरल है जिसमें SDO का भी जिक्र लेन-देन के एक मामले में इंगित है। भारतीय जनता पार्टी के सुशासन राज में इस डिप्टी रेंजर की हरकतों के कारण न सिर्फ विभाग बल्कि सरकार की जनहितैषी नीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। जहां सरकार की मंशा है कि ऐसे कोई भी अधिकारी-कर्मचारी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे जो आम जनता को परेशान करते हों या जनहित के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करते हैं। भाजपा राज में भाजपा के पदाधिकारी से लेकर कई कार्यकर्ता इस डिप्टी डेंजर की मनमानी से परेशान हैं क्योंकि उस पर वन विभाग के मंडल अधिकारी और एसडीओ का हाथ है। ऐसे डिप्टी रेंजर को पिछले सात-आठ वर्षो से एक ही मंडल में पदस्थ करके रखा जाना भी समझ से परे है जबकि वह यहीं से पदोन्नत होकर डिप्टी रेंजर बना है और उसी वन मंडल रेंज में सेवारत है।
एक ही स्थान पर पदस्थ रहने के कारण मनमानी बढ़ती जा रही है और बताया जा रहा है कि वह अपने अधिकारियों के लिए कई मामलों में लाइजनिंग का भी काम करता है। कई ऐसे लोग हैं जो उसके आर्थिक भयादोहन के कारण परेशान हैं। सरकार के विरुद्ध सरकार की मंशा के खिलाफ काम करने वाले ऐसे डिप्टी रेंजर यशमन कुमार को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करने की मांग करते हुए कटघोरा वन मंडल अधिकारी को भारतीय जनता पार्टी पाली के मंडल अध्यक्ष रोशन सिंह ठाकुर, नगर पंचायत पाली के अध्यक्ष उमेश चन्द्रा व जनपद पंचायत पाली के उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह ने पत्र लिखा है।
इन्होंने बताया कि डेप्युटी रेंजर के द्वारा सरकार की मंशा के विपरीत जाकर उन लोगों को भी परेशान किया जा रहा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आवास योजना में स्वीकृति मिलने पर मकान निर्माण के लिए रेत लेकर जंगल के रास्ते से आवागमन करते हैं। चूँकि यह पूरा इलाका जंगल का है और जिन नदी- नालों से रेत निकाल कर ले जाते हैं, वह रास्ता जंगल के भीतर से होकर गुजरने के कारण उनकी मजबूरी को दरकिनार करते हुए डिप्टी डेंजर के द्वारा प्रकरण बनाए जाते हैं और फिर उसे जल्दी निपटने की आड़ में वसूली की जाती है। इस तरह की कई शिकायत उनके पास पहुंच चुकी हैं लेकिन वह अधिकारियों से नजदीकी की धौंस दिखाकर अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है। उसकी हरकतों से भाजपा और सरकार की छवि आम लोगों में धूमिल हो रही है और अधीनस्थों के तबादला, फेरबदल में अधिकारियों का भेदभावपूर्ण रवैया भी परिलक्षित हो रहा है।