कोरबा। आज पूरे देश में ट्रेड यूनियनों, फेडरेशनों, मजदूर यूनियनों, तमाम नियमित अनियमित कर्मचारी संगठनों एवं संयुक्त किसान मोर्चा के संयुक्त आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल में पूरे देश भर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं सहायिकाएं भी शामिल होंगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच-छत्तीसगढ़ (छत्तीसगढ़ के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं का प्रतिनिधि संघ) से संबद्ध सभी संगठनों के अध्यक्षों व प्रतिनिधियों के निर्णय अनुसार राज्यव्यापी, जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन व सामूहिक अवकाश आंदोलन के तहत आज सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक आईटीआई तानसेन चौक पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका धरना प्रदर्शन में शामिल होंगी।
संघ की कोरबा जिलाध्यक्ष श्रीमती वीणा साहू ने बताया कि यह पहली बार होगा जब पूरे देश की शोषित पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं सहायिकाएं एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपने राज्य की सरकारों तथा केंद्र सरकार से अपने लिए सरकारी कर्मचारी घोषित करने एवं अन्य मांगों के लिए मैदान में उतरेंगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं, मिनी आंगनबाड़ी एवं क्रेश कार्यकर्ताएं एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर रैली प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेंगे। हड़ताल के सम्बंध में कलेक्टर अजीत वसंत व महिला बाल विकास जिला अधिकारी श्रीमती प्रीति खोखर चखियार को सूचना ज्ञापन पूर्व में दिया जा चुका है।
0 यह हैं प्रमुख मांगें
ज्ञापन में प्रमुख मांगे-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावे, शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने तक श्रम कानून के तहत न्यूनतम पारश्रमिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता को कम से कम प्रति माह 21000/- और सहायिका को कार्यकर्ता के मानदेय 21000/- का 85% राशि 17850/-स्वीकृत किया जावे। मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को निःशर्त पूर्ण आंगनबाड़ी बनाया जावे, तब तक समान काम का समान वेतन दिया जावे। समाजिक सुरक्षा के रूप में आंगनबाड़ी/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 5 लाख सेवानिवृत्ति लाभ और 10000/- मासिक पेंशन व ग्रेच्युटी, इसी तरह से सहायिकाओ को इसका 85% के अनुपात में 4 लाख 25 हजार सेवानिवृत्ति लाभ और 8 हजार पांच सौ मासिक पेशन के अनुपात में एवं सहायिका, ग्रेच्युटी और समूह बीमा का लाभ देने हेतु नीति निर्धारण किया जावे।
सुपरवाईजर के रिक्त शत् प्रतिशत पदों पर कार्यकर्ताओ को बिना उम्र बंधन और परीक्षा के सीधे पदोन्नति दिया जावे। इसी तरह कार्यकर्ता के रिक्त शत् प्रतिशत पदो पर सहायिकाओ को पदोन्नत किया जावे और इस हेतु विभागीय सेवा भर्ती नियम मे आवश्यक संशोधन किया जावे। क्रेश कार्यकर्ताओ को कार्यकर्ता के पद पर समायोजित किया जावे सहित अन्य कई मांग शामिल हैं।