एनजीओ में काम का झांसा देकर 12.34 लाख की ठगी, जुर्म दर्ज
कोरबा, 09 जून (देशबन्धु)। एनजीओ में काम मिलने और अच्छी खासी आमदनी का झांसा देकर पीडि़त से 12 लाख 34 हजार 900 रुपए की धोखाधड़ी कर ली गई है। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार पीडि़त ओमप्रकाश चौहान पिता रतिलाल चौहान 41 वर्ष बुधवारी बाजार का रहने वाला है। वह अपनी निजी काम से अगस्त 2023 में रायपुर गया था। वहां मित्र गोपाल प्रधान निवासी शंकर नगर रायपुर के परिचित रूपेन्द्र भारती ने दीपेश कुमार चन्द्राकर के बारे में बताया था। दीपेश कुमार एनजीओ का काम करता है, जिसके पास एनजीओ का काम आने की जानकारी मिली थी। इसके बाद पीडि़त ओमप्रकाश और दीपेश कुमार करीब दो महीने साथ रहे। दीपेश पर भरोसा करते हुए उसके आश्वासन पर एनजीओ में काम करने को तैयार हो गया और अपनी कंपनी में 6 लाख रुपए लगाकर काम का प्रस्ताव रखा। ओमप्रकाश ने अपने खाते से अलग-अलग तारीख में 4 लाख 13 हजार रुपए ऑनलाईन ट्रांजेक्शन किया और 1 लाख रुपए नगद भुगतान किया। इसके बाद और भी रकम आरटीजीएस व फोन-पे के माध्यम से देते हुए कुल 12 लाख 34 हजार 900 रुपए का भुगतान दीपेश कुमार के नाम पर किया गया। इसके बाद न तो एनजीओ के संबंध में कोई जानकारी दी गई और न ही पीडि़त को कोई काम हासिल हुआ। संपर्क करने पर ओमप्रकाश का मोबाइल बंद बता रहा है। उसके पता भिलाई गया तो वहां भी नहीं मिला। ठगी का आभास होने पर ओमप्रकाश ने सिविल लाइन थाना रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया है। धारा 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।