KORBA: सिटी सेंटर मॉल में डकैती…साइबर, क्राइम ब्रांच, IT ऑफिसर बता कर उठा ले गए लाखों रुपए, कई आरोपी गिरफ्तार,सुनें वारदात की कहानी…..
कोरबा। बढ़ते साइबर अपराधों, अन्य तरह के क्राइम और आर्थिक अपराध की धर पकड़ के लिए लगातार हो रही कार्यवाही के बीच इस तरह की कार्रवाई करने वाली टीम के नाम का उपयोग कर शहर के मध्य संचालित सिटी सेंटर मॉल में एक कंपनी के दफ्तर में घुसकर 7 लोगों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया। यह लोग खुद को साइबर सेल प्रभारी, क्राइम ब्रांच और इनकम टैक्स विभाग से होना बताते रहे। चंद मिनट के भीतर बड़ी तत्परता से वारदात को अंजाम दिया और रफू चक्कर हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हुई और लगभग छह आरोपियों को दबोच लिया गया है। पूरे मामले का खुलासा कल शनिवार को किए जाने की संभावना है।
प्रारंभिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक यह सारा घटनाक्रम आज शुक्रवार को दोपहर करीब 12 बजे के आसपास घटित किया गया। पावर हाउस रोड में स्थित सिटी सेंटर मॉल में संचालित सुविधा केन्द्र के दफ्तर में जब कर्मचारी अपने-अपने कामकाज में लगे हुए थे तब धड़धड़ाते हुए पांच लोग भीतर घुसे और दो लोग मुख्य द्वार के बाहर मौजूद रहे। भीतर घुसे लोगों ने कैशियर रतन मुदलियार सहित अन्य कर्मचारियों को बताया कि वह साइबर सेल से हैं, क्राइम ब्रांच के प्रभारी हैं और इनकम टैक्स विभाग से आए हैं तथा छानबीन करनी है। इन्होंने भीतर घुसते ही पूछताछ करनी शुरू कर दी और सभी के मोबाइल अपने कब्जे में लेकर हार्ड डिस्क और कैशियर के पास मौजूद 3 से 4 लाख रुपए दराज से निकलवा कर सभी को जप्ती बनाने की बात करते हुए निकल गए। हालांकि इस दौरान रतन ने इनको आईडी कार्ड दिखाने के लिए कहा तो एक आरोपी ने आईडी कार्ड निकाल कर दिखाया और तुरंत वापस ले लिया जिससे कि नाम और चेहरा देखा नहीं जा सका। बमुश्किल 5 से 7 मिनट के भीतर वारदात करते हुए सभी लोग दफ्तर से बाहर निकल गए।
जब रतन को ठगे जाने का आभास हुआ तो उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
0 अलर्ट हुई पुलिस को मिली बड़ी सफलता
सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस,सायबर टीम,स्पेशल टीम अलर्ट हुई और कुछ ही घंटे के भीतर 4 से छह लोगों को दबोच लिया गया। बताया गया कि यह आरोपीगण दो अलग-अलग कार में सवार होकर मॉल पहुंचे थे और उसी से फरार हुए। कार भी जप्त कर ली गई है। इनका एक साथी फरार है। वारदात में पकड़े गए कुछ आरोपी स्थानीय युवक बताये जा रहे हैं और कुछ बाहरी हैं। माना जा रहा है कि स्थानीय इनपुट के आधार पर लोगों ने वारदात को अंजाम दिया है। इस पूरे मामले और आरोपियों के नाम का खुलासा संभवत: शनिवार को पुलिस अधीक्षक द्वारा किया जाएगा। पुलिस की तत्पर कार्रवाई से आरोपी शहर/जिला छोड़कर भागने से पहले दबोच लिए गए, जो एक बड़ी सफलता है।
बता दें कि हाल ही में कटघोरा थाना अंतर्गत ढेलवाडीह मार्ग पर खुद को टीआई और पुलिसकर्मी बात कर ट्रक चालक से लूटपाट/डकैती करने का मामला भी पकड़ा गया है जिसमें SECL के कर्मचारी और अधिकारी संलिप्त मिले। जिस तरह से एक सप्ताह के भीतर दो मामले सामने आए हैं, उसने चिंता बढ़ा दी है कि असली और नकली का फर्क कैसे करें..?