कोरबा। बालको में हुए चिमनी हादसे की 15वीं बरसी सोमवार को परसाभाटा में मनाई जाएगी। मोमबत्ती जलाकर चिमनी हादसे के शहीद श्रमिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
संयुक्त राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी श्रमिक विरोधी, किसान विरुद्ध नीतियों, 44 श्रम कानून को समाप्त कर 4 लेबर कोड बनाए जाने के विरोध में राष्ट्रीयव्यापी काला दिवस 23 सितम्बर, सोमवार को मनाने का आव्हान किया गया है। दोपहर 2 बजे से एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आमसभा परसाभाटा बालको में संयुक्त ट्रेड यूनियन( इंटक, एटक, सीटू एचएमएस वाम्स) के द्वारा रखा गया है।
केंद्र में बैठी एनडीए की सरकार को तीसरा टर्म चल रहा है, इससे पहले जब वह पूर्ण बहुमत में थी तो कभी भी अनाप-शनाप नियम बनाकर लागू करवा दिया जाता था जो पूरी तरह किसानों , मजदूरों, आम जनता, छोटे व्यापारियों पर हमला होता था। कारखाने में काम करने वाले मजदूरों का न्यूनतम मजदूरी हर राज्य में अलग-अलग है। केंद्र में बैठी एनडीए की सरकार जब वन नेशन वन इलेक्शन ला सकती है तो पूरे राज्य में मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी एक समान होनी चाहिए। महंगाई आसमान छू गई है, जिस पर केंद्र सरकार का कोई ध्यान नहीं। बेरोजगारी बढ़ते चली जा रही है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर राष्ट्रव्यापी काला दिवस मनाया जा रहा है।
सुनील सिंह ,महासचिव, एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन एटक बालको ने बताया कि इसी कड़ी में 23/09/2009 को बालको में हुए चिमनी हादसे की 15वीं बरसी भी परसाभाटा में मनाई जाएगी और मोमबत्ती जलाकर चिमनी हादसे के शहीद श्रमिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।