CHHATTISGARHBalodBaloda BazarBalrampurBastarBemetaraBijapurBilaspurDantewadaDhamtariDurgGariabandGaurella-Pendra-MarwahiJanjgir-ChampaJashpurKabirdhamKankerKhairagarh-Chhuikhadan-GandaiKondagaonKORBAKoriyaMahasamundManendragarh-Chirmiri-BharatpurMohla-Manpur-ChowkiMungeliNarayanpurRaigarhRaipurRajnandgaonSaktiSarangarh-BilaigarhSATY SANWADSukmaSurajpurSurgujaTECH NEWSTOP STORY

KORBA:पम्प ऑपरेटर को रीडर बना कर बैठाया तहसीलदार ने, हर काम के लिए पैसा चाहिए,शांति के कारण अशांति बढ़ी….

0 विधायक के निर्देश उपरांत भी शांति पांडेय का संलग्नीकरण समाप्त नहीं कर पाए 7 महीने में

कोरबा, पोड़ी-उपरोड़ा। जिले के कई विभागों में अटैचमेंट का खेल शासन के निर्देश उपरांत भी खेला जा रहा है। इन्हें हटाकर मूल पद पर भेजने में अधिकारी भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं, वह भी तब जबकि क्षेत्रीय विधायक ने निर्देशित किया है।

एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें पम्प ऑपरेटर शांति के कारण उपजी अशांति से ग्रामीण व अन्य अशांत हैं। निर्देश उपरांत भी श्रीमती शांति पाण्डेय पम्प ऑपरेटर का संलग्नीकरण समाप्त नहीं किया जा सका है।

तहसील पोड़ी-उपरोड़ा के निवासियों को कई काम के लिए तहसील कार्यालय में आना ल-जाना पड़ता है। तहसील कार्यालय पोडी उपरोड़ा में श्रीमती शांति पाण्डेय को नायब तहसीलदार का रीडर बनाया गया है जबकि शांति पाण्डेय मिनीगाता बांगो बांध में पम्प ऑपरेटर के पद पर पदस्थ है। पम्प ऑपरेटर पदस्थ होने के बाद अपना संलग्नीकरण तहसीलदार पोड़ी उपरोड़ा से मिलकर करायी है। तहसील बर्यालय में संलग्न होने के बाद एक-दो माह तक शासकीय कार्य ठीक प्रकार से की, उसके बाद से शांति पाण्डेय के द्वारा प्रकरण को गुमा देना और उसे खोजने के लिए राशि की मांग करना, राशि नहीं देने पर उन्हे घुमाना और परेशान करना चालू कर दिया गया।

0 हर काम के एवज में मोटी रकम फिक्स
आरोप है कि यह संबंधित हितग्राहियों से नामांतरण के नाम पर ईश्तहार निकालने, नोटिस निकालने के लिए 5 से 10 हजार रुपए, बंटवारा कराने के नाम पर हितग्राहियों से 10 से 15 हजार रूपए और बेजा कब्जा प्रकरण में हितग्राहियों 20 से 25 हजार, आर्थिक सहायता के प्रकरण में प्रकरण तैयार करने के नाम पर 25-40 हजार की मांग किया जाता है। अन्य प्रकरणों में भी राशि की मांग किया जाता है जिसमें नायब तहसीलदार की पूर्ण सहमति होती है। नायब तहसीलदार के लिए राशि वसूलने का कार्य करती है। ऐसे न जाने कितने प्रकरणों में शांति पाण्डेय के द्वारा राशि लिया जा चुका है। तहसील पोड़ी के अंतर्गत गरीब आदिवासी लोग निवास करते हैं।

0 वकील रखने से भी मना करती है
ग्रामीणों के मुताबिक शांति पाण्डे के द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है कि आप लोग स्वयं आओ वकील वगैरह रखने की कोई जरूरत नहीं है, वकील वगैरह लोग क्या काम करेंगे, हम लोग जैसा करेंगे वैसा होगा, हमसे स्वयं आकर संपर्क करें। ऐसे कितने प्रकरणों में संबंधित हितग्राहियों से वकील को पाण्डे मैडम के द्वारा हटाया गया है और उनका अहित किया गया है। पाण्डे मैडम चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है जिन्हें तहसीलदार के द्वारा रीडर बनाया गया है जिससे पाण्डेय मैडम को पद से अधिक पद पर पदस्थ कर कार्य लिया जा रहा है। ऐसे शांति पाण्डे मैडम को तहसील कार्यालय पोडी उपरोड़ा से हटाकर उनके मूल स्थान मिनीमाता बांगो बांध में पदस्थ किया जाए।

0 एसडीएम को विधायक ने की अनुशंसा
पीड़ित ग्रामीणों ने अप्रैल 2024 को आवेदन देकर पाली-तानाखार विधायक तुलेश्वर हीरासिंह मरकाम से निवेदन किया कि शांति पाण्डे का तहसील कार्यालय से संलग्नीकरण समाप्त करते हुए ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी को उनके पद से निलंबित करने की कृपा करें। उक्त पत्र पर विधायक ने अनुशंसा व टिप्पणी करते हुए अनुविभागीय दंडाधिकारी (राजस्व) को लिखा कि तत्काल शांति पांडेय का संलग्नीकरण समाप्त कर उसे मूल पदस्थापना पर भेजा जावे और की गई कार्रवाई से अवगत भी कराया जाय। इसके बावजूद आज तक शांति पांडेय को नियम विरुद्ध तहसील में ही अटैच रखा गया है।

Related Articles

Back to top button