0 बढ़ती मनमानी और निरंकुशता से विभाग की भद्द पिट रही,आम लोग भी परेशान
कोरबा-पाली। कोरबा जिले के कटघोरा वन मण्डल में वर्षों से पदस्थ पाली परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर यशमन कुमार आडिल के मनमाना रवैया और निरंकुशता के कारण जहां एक ओर वन विभाग की भद्द पिट रही है वहीं दूसरी ओर उसकी हरकतों से आम ग्रामीण भी परेशान हैं। डिप्टी रेंजर होने का बेजा फायदा उठाते हुए उसके द्वारा आम लोगों को परेशान करते हुए उनके विरुद्ध जानबूझकर प्रकरण बनाने और फिर समझौता करने/ कराने के नाम पर उगाही किए जाने के मामले सामने आते रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी के सुशासन राज में इस डिप्टी रेंजर की हरकतों के कारण न सिर्फ विभाग बल्कि सरकार की जनहितैषी नीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। जहां सरकार की मंशा है कि ऐसे कोई भी अधिकारी-कर्मचारी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे जो आम जनता को परेशान करते हों या जनहित के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करते हैं। भाजपा राज में भाजपा के पदाधिकारी से लेकर कई कार्यकर्ता इस डिप्टी डेंजर की मनमानी से परेशान हैं क्योंकि उस पर वन विभाग के मंडल अधिकारी और एसडीओ का हाथ है। ऐसे डिप्टी रेंजर को पिछले सात-आठ वर्षो से एक ही मंडल में पदस्थ करके रखा जाना भी समझ से परे है जबकि वह यहीं से पदोन्नत होकर डिप्टी रेंजर बना है और उसी वन मंडल रेंज में सेवारत है।
एक ही स्थान पर पदस्थ रहने के कारण मनमानी बढ़ती जा रही है और बताया जा रहा है कि वह अपने अधिकारियों के लिए कई मामलों में लाइजनिंग का भी काम करता है। कई ऐसे लोग हैं जो उसके आर्थिक भयादोहन के कारण परेशान हैं। सरकार के विरुद्ध सरकार की मंशा के खिलाफ काम करने वाले ऐसे डिप्टी रेंजर यशमन कुमार को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करने की मांग करते हुए कटघोरा वन मंडल अधिकारी को भारतीय जनता पार्टी पाली के मंडल अध्यक्ष रोशन सिंह ठाकुर, नगर पंचायत पाली के अध्यक्ष उमेश चन्द्रा व जनपद पंचायत पाली के उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह ने पत्र लिखा है।
इन्होंने बताया कि डेप्युटी रेंजर के द्वारा सरकार की मंशा के विपरीत जाकर उन लोगों को भी परेशान किया जा रहा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आवास योजना में स्वीकृति मिलने पर मकान निर्माण के लिए रेत लेकर जंगल के रास्ते से आवागमन करते हैं। चूँकि यह पूरा इलाका जंगल का है और जिन नदी- नालों से रेत निकाल कर ले जाते हैं, वह रास्ता जंगल के भीतर से होकर गुजरने के कारण उनकी मजबूरी को दरकिनार करते हुए डिप्टी डेंजर के द्वारा प्रकरण बनाए जाते हैं और फिर उसे जल्दी निपटने की आड़ में वसूली की जाती है। इस तरह की कई शिकायत उनके पास पहुंच चुकी हैं लेकिन वह अधिकारियों से नजदीकी की धौंस दिखाकर अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है। उसकी हरकतों से भाजपा और सरकार की छवि आम लोगों में धूमिल हो रही है और अधीनस्थों के तबादला, फेरबदल में अधिकारियों का भेदभावपूर्ण रवैया भी परिलक्षित हो रहा है।