0 दिन में भी साफ नहीं दिखाई देता है वातावरण
कोरबा-दीपका। दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खदानों में से एक गेवरा दीपका और कुसमुंडा के आसपास की आबो हवा तेजी से खराब हो रही है आसमान में कोयले की धूल उड़ रही है और इससे आबो हवा बुरी तरह प्रदूषित हुई है स्थिति इतनी गंभीर है कि लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है ।
शनिवार को दीपका में पीएम 2-5 का अधिकतम स्तर 374 और पीएम 10 का स्तर 411 के पार कर गया शाम होते ही दीपका के लोगों को भी इसका देखने को मिला आसपास का वातावरण काला नजर आ रहा था और साफ दिखाई भी नहीं दे रहा था लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी पिछले दो-तीन दिनों से दीपका क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता काफी खराब हुई है केंद्रीय पाल्युशन नियंत्रण बोर्ड की ओर से उपलब्ध कराए जाने वाले आंकड़े भी दीपका की आबो हवा को लेकर चिंताजनक स्थिति बयां कर रहे हैं शनिवार को पीएम 2-5 का अधिकतम स्तर 374 और पीएम 10 का अधिकतम स्तर 411 के पार करने के साथ ही इस क्षेत्र में एक बार फिर वायु प्रदूषण की समस्या बेहद गंभीर हो गई है ।
दीपका में वायु प्रदूषण होने का सबसे बड़ा कारण यहां स्थित कोयला खदानें है गेवरा और दीपका प्रोजेक्ट से रोजाना लाखों टन कोयला खुदकर सड़क मार्ग के रास्ते स्टॉक तक लाया जाता है यहां से अलग-अलग गाड़ियों में भरकर अन्य स्थानों तक भेजा जाता है कोयले की लोडिंग और अनलोडिंग से बड़े पैमाने पर कोल डस्ट उड़कर आसपास के क्षेत्र में फैल जाता है ।