कोरबा। कोरबा जिले में भाजपा संगठन के लिए काफी दिनों से कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ की चादर खींची जाती है तो दूसरी तरफ पैर खुल जाता है। ताजा घटनाक्रम में पार्टी के विश्वास से सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि पूछ परख नहीं होने के कारण भाजपा के कुछ वरिष्ठ और कनिष्ठ कार्यकर्ता दूसरी पार्टी में जाने का मन बना रहे हैं। उनके लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी काफी सटीक लग रही है।
ऐसा बताया जा रहा है कि पाली विकासखंड के कुछ कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी करने की कोशिश की और बात भी रखना चाहा लेकिन कोई तवज्जो नहीं मिलने से ऐसे नाराज लोग गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारी के संपर्क में हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा कि यह असंतुष्ट लोग जल्द ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का दामन थाम लें।
वैसे बताते चलें कि प्रदेश संगठन ने जिले में परिवर्तन तो कर दिया है लेकिन जिला की नई इकाई अभी तक गठित नहीं हो पाई है। चुनावों का मौसम होने के कारण संभवत: नया संगठन के गठन में विलंब हुआ होगा।

दूसरी तरफ जिले के सभी 24 मंडलों में नए मण्डल अध्यक्ष भी नियुक्त नहीं की जा सके हैं। अभी भी पांच मंडल शेष रह गए हैं जहां अध्यक्ष नियुक्ति के लिए सर्वसम्मति नहीं बन पाई है। अब इसे जिला संगठन का फेलियर कहें या चुनाव के कारण व्यस्तता के बहाना लेकिन जो कुछ भी हो, इन सब कारणों से संगठन में नाराजगी, असंतुष्टि और क्षुब्धता का वातावरण निर्मित होने लगा है। हालांकि पहले भी कुछ मंडलों के अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर भीतर ही भीतर बात सुलगने लगी थी जिस पर एक्शन भी लिया गया और मंडल अध्यक्ष बदले भी गए। परंपरागत तरीके से मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति समय रहते कर लिया जाना पार्टी के लिए श्रेयस्कर होगा, साथ ही नाराज कार्यकर्ताओं को समय पर साधा नहीं गया तो जिस पाली- तानाखार में भाजपा अपनी बढ़त बढ़ाने के लिए कोशिश पर कोशिश कर रही है, कहीं ऐसा ना हो कि इन प्रयासों को सेंध लग जाए।