0 कई गुना बिल बढ़ाकर भुगतान का खेल
कोरबा-कुसमुण्डा। साउथ ईस्टर्न कोल लिमिटेड (एसईसीएल) कुसमुंडा एरिया के पर्सनल विभाग के कुछ पर्सनल कारनामे हमेशा से सुर्खियों में रहे है,हमने अपने न्यूज के माध्यम से पूर्व में भी इस विभाग के पूर्व अधिकारी के कारनामों की पोल खोली थी,परंतु चोर-चोर मौसेरे भाई की तर्ज पर कार्यवाही तो दूर उल्टे और ससम्मान उस अधिकारी को सुखद सेवानिवृत कर दिया गया।
अब इसके बाद उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए नए अधिकारी,हालांकि ये प्रमोट होकर एक बगल की कुर्सी से यहां आए है,तो इन्हे भी पूरी कहानी पता है और ये भी अब उसी चरण में कार्य कर रहे है जो बड़े मियां कर के चले गए। दरअसल कुसमुंडा एरिया के पर्सनल विभाग द्वारा प्रबंधन के होने वाले सभी आकस्मिक कार्यों में अपने साथी ठेकदारों को मनमाने मूल्य में कार्यों को सौंपे जाने का आरोप दबी जुबान से लग रहे हैं,सूत्र बताते है की बीते दिन जटराज में भूमि अधिग्रहण के दौरान गांव में लगाए जाने वाले टेंट,वाहन और खाने इत्यादि के कार्य पर्सनल विभाग द्वारा अपने कुछ तथाकथित चहेते ठेकेदारों को दिए गए जिसमें मनमाने मूल्यों में भुगतान किए गए हैं। अगर जांच की जाए तो पता चलेगा की (उदाहरण स्वरूप) जो खाना पहले 150 रुपए प्रति प्लेट हुआ करता था अब वही खाना पर्सनल विभाग की मेहरबानी से 180 रुपए प्रति प्लेट हो गया,जो टेंट पहले 15 से 20 हजार लग जाया करते थे वे अब 30 से 40 हजार में लग रहे है, उपयोग में लाने वाले वाहन भी तीन साल पुराने तथा टेक्सी परमिट वाले एक्सयुवी होने चाहिए तो उसके एवज में 10 – 10 साल पुरानी कार से काम लिया जा रहा है, और भुगतान और अधिक किया जा रहा है। वाहन चल रहे दिन भर में 50 किलोमीटर तो बिल बन रहें वो 200 से 250 किलोमीटर के, पानी की बोतलों से लेकर चाय के कपो तक में बड़ा भारी बंदरबांट चल रहा है।
ये केवल जटराज ग्राम अधिग्रहण तक नहीं हो रहा बल्कि ये आगे योगा कार्यकम, इमली छापर मकान तोड़ फोड़ कार्यक्रम, देर शाम अधिकारियों के थकान मिटाने कार्यक्रम में और ना जाने ऐसे कितने प्रतिदिन होने वाले आयोजनों अथवा आकस्मिक कार्यों में यह हो रहा है, जिसमें एसईसीएल कुसमुंडा ऑफिस के पड़ोस में रहने वाले ठेकेदार को ही ये सारी जिम्मेदारी प्रमुखता से दी जाती है। ऐसा इसलिए भी है,क्योंकि दाम अधिक तो कमीशन भी अधिक होगा, तभी एक-एक कर सभी कार्य अपने चहेते ठेकेदार को सौंपे जा रहै है।
बताया जा रहा है की इसी तरह के कई कार्यों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी जाती है तो बेखौफ होकर गलत जानकारी तक साझा कर दी जाती है,जिसका खुलासा भी जल्द होगा।
दबी जुबान से तो यहां तक चर्चा है की एरिया पर्सनल विभाग इसी तथाकथित ठेकदार द्वारा चलाया जा रहा है,जैसा ये कहते है वैसा होता है। इसका अंदाजा इसी से लगा लीजिए की पर्सनल विभाग के दिन के हर आयोजनों के अलावा देर शाम अधिकारियों की बैठक में भी इसी तथाकथित ठेकेदार की उपस्थिति रहती है। क्वाटर अलॉटमेंट से लेकर आकस्मिक कार्यों के बंदरबांट में किसे क्या कार्य देना है यही ठेकेदार तय करता है। आरोपों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। जो परत दर परत खोली जाएगी। एरिया पर्सनल विभाग की वजह से कही ना कहीं साफ और स्वच्छ छवि वाले पूरे प्रबंधन को बदमानी हो रही है। एरिया पर्सनल विभाग में वर्तमान में जमकर भ्रष्टाचार की शिकायत है,बड़े स्तर पर जांच होने से बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा होगा।