कोरबा। जिला चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का चुनाव 1 जुलाई 2025 को काफी कश्मकश भरे माहौल में मतदान और मतगणना पश्चात परिणाम घोषणा के साथ ही संपन्न हो गया। मुख्य चुनाव अधिकारी ने अपनी टीम के साथ पूरी चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया लेकिन चुनाव के बाद कुछ ऐसी सुगबुगाहट होने लगी है जिसमें कुछ जिम्मेदार लोगों के द्वारा चुनाव कराने की टीम में शामिल होने के बावजूद चुनिंदा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर व सोशल मीडिया के जरिए वोट अपील भी की गई। चुनाव कराने में शामिल टीम के किसी भी सदस्य के लिए ऐसा करना वर्जित होता है और यदि ऐसा हुआ तो वह सवालों के घेरे में आना लाजिमी है जिसमें कि प्रत्याशी विशेष के पक्ष में वह प्रचार कर रहा हो।
चेम्बर चुनाव के दौरान एक टीम सदस्य के संबंध में ऐसी जानकारी व शिकायत सामने आने के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से पर्यवेक्षक की सूची से बाहर कर दिया। इसके बाद बताया जा रहा है कि एक बूथ प्रभारी के द्वारा प्रत्याशी विशेष के पक्ष में सोशल मीडिया के जरिए वोट अपील की गई जबकि यह नहीं होना चाहिए था। इसमें कोई बड़ी बात नहीं कि चुनाव संपन्न होने के बाद भी यह एक मुद्दा बन सकता है और इसे किसी न किसी माध्यम से सार्वजनिक भी किया जा सकता है। आरोप इस बात के भी लग रहे हैं कि चेम्बर के चुनाव में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता तो दिखाई गई लेकिन कुछ लोगों ने इस चुनाव को दूषित कर दिया है। अब देखना है कि बात कहां तक आगे बढ़ती है या फिर आपसी समन्वय से संभलती है। वैसे यह कहावत इस मामले को लेकर गर्म है कि जब सैया भए कोतवाल तो डर काहे का….।
चेम्बर चुनाव के बाद भितरघातियों की तलाश, जिन पर जिम्मा था उनमें से कुछ करते रहे प्रचार…..? एक पर कार्रवाई हुई,दूसरा नजर में
