कोरबा-कटघोरा। चुनाव का मौसम भले ही बीत गया हो लेकिन संगठन से अपने पसंद का प्रत्याशी लाने के बाद भी उसकी जीत सुनिश्चित नहीं करा पाने को लेकर अभी भी मलाल और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। संगठन से जुड़े लोगों को यह बात नागवार गुजरती है, जब दावा करके टिकट लाया जाए और पार्टी को नुकसान उठाना पड़े।
कटघोरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आज इसी बात को लेकर दो बड़े पदाधिकारियों के बीच जमकर कहा-सुनी और नोंक-झोंक हो गई।पहले तो सांसद ज्योत्स्ना महंत, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पूर्व विधायक बोधराम कंवर, पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर व संगठन के अन्य नेताओं के सामने दोनों बड़े नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग हुई। वहां से जब वापस लौटे तो सड़क पर भी इन दोनों के बीच कहा-सुनी होती रही। संगठन के एक पदाधिकारी को इस बात का मलाल और गुस्सा है कि पार्टी के कुछ लोगों ने चुनाव में विपक्षी दल के लिए काम किया और यह भी बड़ा आरोप लगा कि चुनाव में भाजपा नेत्री सरोज पांडे से सांठगांठ कर, उनसे पैसे लेकर कांग्रेस के विरुद्ध में काम किया गया जिसकी वजह से हार का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ इस बात को संबंधित पदाधिकारी डॉ. शेख इश्तियाक ने नकारते हुए कहा कि उन्होंने सरोज पांडे से कोई पैसा नहीं खाया है।
वैसे दबी जुबान में यह बात तो आज भी चल रही है कि बीत चुके विधानसभा, लोकसभा, नगरीय निकाय और हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस संगठन की भीतरी खामियों और कमजोरी सतही तौर पर देखने को मिली, उससे कहीं ना कहीं यह सत्य है कि पार्टी में कुछ लोग भीतरघात किए हैं। अब यह तो भीतरघात करने वाला ही जाने कि वह किस हद तक संगठन के विरुद्ध में जाकर काम कर रहा है या कम कर चुका है। कमरों के भीतर होने वाली बातचीत और आरोप- प्रत्यारोप जब इस तरह खुलकर सड़क पर होने लगी तो दूसरे पदाधिकारी और कांग्रेस नेताओं ने दोनों को समझाने का काम किया और उन्हें वहां से हटाकर किसी तरह मामले को शांत कराया।