0 अन्य विशेष अभियान के लिए 2 हजार रुपए का विशेष प्रोत्साहन 0 भारत निर्वाचन आयोग का निर्देश जारी
नई दिल्ली/कोरबा। भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा निर्वाचन कार्यो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मैदानी कर्मचारी बूथ लेवल अधिकारियों और उनके कार्यों का सुपरविजन करने वाले सुपरवाइजर का मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के सचिव पवन दीवान ने समस्त राज्यों व संघ राज्य क्षेत्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बीएलओ और पर्यवेक्षकों के लिए पारिश्रमिक संबंधी निर्देश/आदेश पत्र जारी कर दिए हैं।
आदेश में कहा गया है कि-आयोग के दिनांक 08.07.2015 के पत्र संख्या 23/Inst/2015-ईआरएस के अधिक्रमण में, आयोग ने निर्देश दिया है कि बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षकों को निम्नलिखित न्यूनतम वार्षिक पारिश्रमिक प्रदान किया जाना चाहिए:
बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ)- 12000/-
बीएलओ पर्यवेक्षक- 18000/-
बीएलओ को विशेष प्रोत्साहन (एसएसआर/एसआर और किसी अन्य विशेष अभियान के लिए) – रु.2000/-
साथ ही कहा गया है कि इस निर्देश को अनुपालन हेतु सभी संबंधितों के ध्यान में लाया जाएगा।
0 चुनावों में निभाते हैं अहम भूमिका
गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार एवं राज्य निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन तथा जिला निर्वाचन अधिकारियों के नेतृत्व में बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) के द्वारा लोकसभा, विधानसभा चुनाव के साथ-साथ नगरीय निकायों, त्रिस्तरीय पंचायतों के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। मैदानी स्तर पर और कई क्षेत्र में दुर्गम व दूरस्थ इलाकों में जाकर मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़ने का कार्य, समय-समय पर विशेष पुनरीक्षण, संक्षिप्त पुनरीक्षण जैसे कार्यों को अंजाम देकर मतदाता सूची तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। BLO के कार्यों का सुपरविजन सुपरवाइजर के द्वारा किया जाता है।महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में भूमिका निभाने वाले बीएलओ के पारिश्रमिक में वृद्धि और देश भर में एकरूपता लाए के जाने से निश्चित ही इनका मनोबल और बढ़ेगा तथा दोगुने उत्साह के साथ निर्वाचन आयोग के कार्यों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। अभी छत्तीसगढ़ राज्य में बीएलओ को 6000 रुपए का पारिश्रमिक प्रतिवर्ष दिया जा रहा है।
