0 KYC अपडेट कराने OTP लेकर फर्जीवाड़ा
0 फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का धोखाधड़ी करने में करते थे इस्तेमाल
0 नक्सल प्रभावित क्षेत्र से 3 अंतर्राज्यीय शातिर अपराधियों गिरफ्तार कर लाए गए बिलासपुर
बिलासपुर-सकरी। मामले के प्रार्थी जॉनसंन एक्का निवासी सकरी बिलासपुर को कॉल कर अपने आप को बैंक अधिकारी बताकर अपडेट कराने के बहाने अपने बातों में उलझाकर ऑनलाईन KYC करने की प्रक्रिया बताकर प्रार्थी से बैकिंग जानकारी एवं ओटीपी प्राप्त कर प्रार्थी के बैंक खाता से लोन लेकर कुल 26,74,701 रूपये की ठगी की गई थी। लिखित आवेदन पत्र के आधार पर थाना सकरी जिला बिलासपुर में नंबरी अपराध क्रमांक 936/2024 धारा 318(4), बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला के आदेशानुसार प्रकरण की अग्रिम विवेचना हेतु केस डायरी थाना रेंज साइबर को प्राप्त होने पर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान प्रार्थी के बैंक खाता संबंधित बैंक से बैंक स्टेटमेंट तथा सायबर अपराध पोर्टल में किये रिपोर्ट का ए.टी.आर. रिपोर्ट के आधार पर खाता धारको एवं मोबाईल धारकों के संबंध में जानकारी प्राप्त किया गया। सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल अद्यतन रिपोर्ट, ठगी की रकम प्राप्त करने में उपयोग किये बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक खाता धारकों की जानकारी, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन तथा घटना से संबधित तकनीकी जानकारी प्राप्त किया गया। प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी उड़ीसा प्रांत के निवासी होने की जानकारी पर विशेष टीम उड़ीसा हेतु रवाना की गई, जहां नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी टीम के साथ संदेही खाता धारक
- कृष्णा लूहा पिता बिबाना लुहा उम्र 42 वर्श निवासी दिपापल्ली थाना उलूंडा जिला सोनेपुर (उड़ीसा)
- गुलेख कुम्हार पिता लाला कुम्हार उम्र 40 वर्श निवासी दिपापल्ली थाना उलूंडा जिला सोनेपुर (उड़ीसा)
- पंकज कुमार खैतान पिता जगदिष प्रसाद खैतान उम्र 44 वर्श निवासी विवेकानंदपल्ली रेल्वे कॉलोनी प्लांट
साईट राउलकेला जिला सुंदरगढ़ (उड़ीसा)
विवरण :-
कृष्णा लूहा पिता बिबाना लुहा 42 वर्ष निवासी दीपापल्ली थाना उलूंडा जिला सोनापुर उड़ीसा को थाना उलूंडा के स्टॉफ के सहयोग से आरोपी के पते पर जाकर तलाश किये जो पुलिस को देखकर भागने एवं छुपने का प्रयास किया। स्थानीय पुलिस के सहयोग से घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी गुलेख कुम्हार पिता लाला कुम्हार उम्र 40 वर्ष निवासी दीपापल्ली थाना उलूंडा और पंकज कुमार खैतान पिता जगदीश प्रसाद खैतान उम्र 44 वर्ष निवासी विवेकानंदपल्ली रेल्वे कॉलोनी प्लांट साईट राउलकेला जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा के द्वारा अपने नालारोड राउलकेला एवं उसके अन्य साथियों के साथ मिलकर ठगी कर उपयोग करना स्वीकार किया आरोपियों का कृत्य धारा 61(2), 317(5), 111(4), 323 बीएनएस का पाये जाने पर प्रकरण में धारा 61(2), 317(5), 111(4), 323 बीएनएस आरोपियों के विरूद्ध जोड़ी गई। इन्हें गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर बिलासपुर ला कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कराया गया।
उपरोक्त कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल, अति. पुलिस अधीक्षक अनुज गुप्ता, सीएसपी सिविल लाईन निमितेश सिंह (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन तथा प्रभारी रेंज साइबर थाना बिलासपुर निरीक्षक राजेश मिश्रा, निरीक्षक रविशंकर तिवारी, सहायक उप निरीक्षक सुरेश पाठक, आरक्षक चिरंजीव कुमार, एवं विजेन्द्र मरकाम का विशेष योगदान रहा।
-ः बिलासपुर पुलिस की अपील :-
साइबर ठग आये दिन नये नये तरीको के माध्यम से आम जनता से धोखाधड़ी करने का प्रयास करते है –
अपना बैंक खाता तथा मोबाईल सिम किसी दूसरे व्यक्ति को उपयोग हेतु ना दे, वह आपके बैंक खाता तथा मोबाईल सिम का उपयोग साइबर ठगी करने में कर सकता है, जिससे आपको कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है।
शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देने वाले अनजान कॉल से सावधान रहें एवं किसी भी प्रकार के व्हाट्सएप ग्रुप में न जुडे़ और न ही किसी प्रकार की जानकारी साझा करें।
कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को कस्टम विभाग, पुलिस अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर बताकर ठगी करने का प्रयास करते है जिसमें पार्सल कैंसल हो गया है पार्सल में एटीएम कार्ड, ड्रग्स मिला है जिसे कस्टम विभाग द्वारा जप्त किया गया है कहकर ‘‘डिजीटल अरेस्ट’’ के नाम पर ठगी किया जा रहा है इस प्रकार के ठगी से सावधान रहे।
पार्सल के नाम पर मोबाईल नंबर पर कॉल करने कहा जाता है जिससे कस्टमर का कॉल फारवर्ड एक्टिवेट हो जाता है और कॉल तथा मैसेज की जानकारी ठगों के पास चली जाती है तो इस प्रकार के कॉल से सावधान रहे।
अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नही है उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करे।
अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचे।
कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे।
स्वयं की पहचान छुपाकर सोशल मिडीया फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैंट) करने से बचे।
परीक्षा में अधिक अंको से पास करा देने की झांसा देने वाले व्यक्तियो खासकर +92 नम्बरो से होने वाले साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है : –
तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें।
हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।
http://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है।