0 ऑफलाइन रसीद की प्रवृत्ति पर रोक लगाए सरकार
0 DSP गुरजीत व ठाकुर सहित स्टाफ की नामजद शिकायत की गई
रायपुर/कोरबा। यातायात पुलिस रायपुर व प्रदेश के अन्य जगहों पर यातायात पुलिस के द्वारा अवैध वसूली कर भ्रष्टाचार करने व काफी लंबे समय से पदस्थ डी.एस. पी., टी.आई. ए.एस.आई., एस.आई., आरक्षकों का स्थानंतरण दूरस्थ जगहों में करने व यातायात पुलिस के द्वारा आफलाइन रसीद को बंद करने बाबत प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा सहित प्रदेश महानिदेशक अरुण देव् गौतम को पत्र लिखा है।
प्रदेश के पूर्व गृहमन्त्री ननकीराम कंवर ने कहा है कि प्रदेश की राजधानी के यातायात पुलिस रायपुर व अन्य जगहों पर अवैध वसूली एवं भ्रष्टाचार के कारण आम जनता परेशान हो रही है। यातायात पुलिस के द्वारा बेवजह रोड पर उन्हें रोककर डरा-धमकाकर यातायात पुलिस के कर्मचारी-अधिकारी के द्वारा अवैध वसूली की जाती है। इनके द्वारा ऑफलाइन रसीद जो अवैध वसूली का मुख्य कारण है, उसे तत्काल बंद किया जाना उचित होगा।
यातायात पुलिस रायपुर शारदा चौक की अवैध वसूली की पुष्टि स्टींग ऑपरेशन में किया गया जिसमें यह बात सामने आई है कि कई वाहन चालकों ने बताया कि एक व्यक्ति से 300 रूपये लिये और उन्हें रसीद नहीं दिया गया। एक और अन्य व्यक्ति को कहा गया कि अगर रसीद चाहिये तो 5 से 10 हजार रूपये लगेगा, रसीद नही लोगे तो 1500 से 2000 में तुम्हारा काम हो जायेगा। इस तरह उससे 1500 से 2000 के बीच पैसा लिया गया। यहां यह देखा गया है कि ज्यादातर वाहनों को रोककर बिना रसीद काटे पैसा लेकर छोड़ दिया गया है।
राजधानी रायपुर के यातायात थाना पचपेड़ीनाका भनपुरी, तेलीबांधा, टाटीबंध, रायपुर के अन्य यातायात थानों में वहां पदस्थ कर्मचारी- अधिकारियों के द्वारा अवैध वसूली कर लाखों रूपये की अवैध वसूली किया जाता है।
यहां यह देखा गया है कि कुछ अधिकारी-कर्मचारी यातायात पुलिस के अंतर्गत रायपुर व दुर्ग जिले में ही इनका आना जाना लगा रहता है। जिसमें मुख्य रूप से डी.एस.पी. गुरजित सिंह ट्रैफिक रायपुर एवं डी.एस.पी. सतीश ठाकुर, रायपुर ये दोनो अधिकारियों का सेवाकाल यातायात पुलिस में अधिकतर केवल दो ही जिलों में रायपुर एवं दुर्ग में रहा है। इसी के साथ ही रायपुर ट्रेफिक फिल्ड एवं आफिस में पदस्थ ए.एस.आई. गुलाटी आदिल, सतीश मिश्रा, जादेन, दयाराम, ईश्वर लाल देवांगन, अशोक तिवारी, उमा शंकर बरिहा, ओ.पी. सिंह राजपूत, संतराम टण्डन, भोई भोपाल, मारकण्डे, इसी प्रकार आरक्षक लक्ष्मण निषाद, डी. जी. टण्डन, धनराज कुर्रे, डी. उमेश, विकास शुक्ला, कुलेश्वर राजपूत, धरम पटेल, विकांत श्रीवास, आदित्य, जगदीश वर्मा, सुनील सोनी, विमल वर्मा, कमलेश वर्मा, मुकेश वर्मा, एवं अन्य उपरोक्त सभी यातायात पुलिस अपनी पदस्थापना से लेकर आज तक रायपुर में ही पदस्थ रहे हैं। ये लोग किसी अन्य जिले एवं जगहों पर नहीं गये हैं।
यातायात पुलिस के द्वारा प्रदेश में जितने भी नेशनल हाईवे, टोल प्लाजा, वहां पर वाहन चेकिंग के नाम पर, यातायात पुलिस एवं निजी व्यक्तियों को गाड़ियों को रोकने के लिए अवैध रूप से रोजी के आधार पर रखा जाता है जो कि नियम विरूद्ध है। इस कार्यवाही को भी रोकना अतिआवश्यक है जिसके कारण प्रदेश की सरकार बदनाम हो रही है।
श्री कंवर ने अपेक्षा की है कि उपरोक्त दोनों डी.एस.पी. एवं काफी लंबे समय से यातायात पुलिस रायपुर के फिल्ड एवं आफिस में पदस्थ कर्मचारी अधिकारी व अन्य जिलों में भी काफी लंबे समय से पदस्थ यातायात पुलिस के कर्मचारी-अधिकारियों का स्थानांतरण अन्यत्र दूरस्थ जिलों में व इनके द्वारा ऑफ लाइन रसीद के बहाने जो बड़ा भ्रष्टाचार एवं आम जनता से अवैध वसूली किया जा रहा है, उस पर रोक लगाना अतिआवश्यक है। इस संबंध में कार्यवाही हेतु निर्देश देना चाहेंगे।