0 एशिया की सबसे बड़ी कोयला खदान के भू-विस्थापितों पर बर्बर लाठीचार्ज, अधिकारों की मांग पर दमन, हम एकजुट होकर लड़ेंगे: ललित
कोरबा। आम आदमी पार्टी ने एशिया की सबसे बड़ी कोयला खुली खदान में वर्षों से अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से संघर्ष कर रहे किसानों, मजदूरों और भू-विस्थापितों पर किया गया लाठीचार्ज लोकतंत्र के चेहरे पर एक गहरा कलंक है यह कार्रवाई सीधे तौर पर अंग्रेजों की दमनकारी नीति की याद दिलाती है, जहाँ जनता की आवाज़ को हिंसा और क्रूरता से कुचला जाता था ।
आम आदमी पार्टी के अनुसूचित जाति विंग के कोरबा जिलाध्यक्ष ललित महिलांगे ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज़ाद भारत में भी हमें यह तस्वीर देखने को मिल रही है। जिन स्थानीय लोगों ने ‘विकास’ के नाम पर कोल परियोजनाओं के लिए अपनी बहुमूल्य ज़मीनें सौंपी, वे आज अपने न्याय, पुनर्वास और वाजिब मुआवजे की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं लेकिन उनके हक की आवाज़ को सुनने और समाधान देने के बजाय, उन पर बर्बरतापूर्वक लाठियाँ बरसाई जा रही हैं ।
जनप्रतिनिधियों की खामोशी पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम पर कोरबा जिले की क्षेत्रीय विधायक और सांसद का मौन आश्चर्यजनक और निराशाजनक है जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की यह चुप्पी सीधे-सीधे इस अन्याय और दमन के प्रति उनकी मौन सहमति को दर्शाती है जनहित के सबसे गंभीर प्रश्नों पर जनप्रतिनिधियों का चुप रहना, न केवल उनकी लोकतांत्रिक ज़िम्मेदारी का उल्लंघन है, बल्कि यह लोकतंत्र की आत्मा को कमजोर करता है ।
हमारा आह्वान
महिलांगे ने आगे बताया कि कोरबा जिले के समस्त किसान, मजदूर और भू-विस्थापित भाई-बहन यह समझें कि यह केवल कुछ लोगों का आंदोलन नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के अस्तित्व, सम्मान और आने वाली पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य का प्रश्न है ।
आज ज़रूरत है कि हम सब जाति, धर्म और राजनीतिक भेद से ऊपर उठकर एकजुट हों और इस संघर्ष का अटूट हिस्सा बनें यह आंदोलन किसी व्यक्ति या संगठन का नहीं, बल्कि उस हर मेहनतकश इंसान का है जो अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने का साहस रखता है ।
सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए
उन्होंने कहा कि हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जनता की आवाज़ को लाठी के ज़ोर पर हमेशा के लिए नहीं दबाया जा सकता इतिहास गवाह है जब-जब मेहनतकश जनता ने अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर संघर्ष किया है, तब-तब सत्ता को झुकना पड़ा है और न्याय की जीत हुई है ।


