रायगढ़-धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पुरूंगा, कोकदार, तेंदूमुड़ी़ एवं साम्हरसिंगा में प्रस्तावित अडानी समूह के अंबुजा कोल माइंस की जनसुनवाई 11 नवंबर 2025 को निर्धारित की गई है। इस जनसुनवाई को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी असंतोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि धरमजयगढ आदिवासी अंचल में पेसा अधिनियम लागू है,अपनी जल-जंगल और जमीन किसी भी कीमत पर नहीं सौंपेंगे।
👉🏻अन्य गांवों के लोगों को प्रलोभन देकर जनसुनवाई के समर्थन में लाने का प्रयास
ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी द्वारा क्षेत्र में विभाजन की नीति अपनाई जा रही है। बताया गया कि अदाणी समूह द्वारा प्रभावित ग्रामों के बजाय अन्य गांवों के लोगों को प्रलोभन देकर जनसुनवाई के समर्थन में लाने का प्रयास किया जा रहा है। बीते दिन लगभग 20 से 25 व्यक्ति तहसील कार्यालय पहुंचकर जनसुनवाई के समर्थन में ज्ञापन सौंपते देखे गए। वहीं इस घटना के बाद प्रभावित ग्रामों में रोष फैल गया। और वहीं आज बड़ी संख्या में ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचकर उक्त समर्थन ज्ञापन का विरोध जताते हुए नया ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी और कुछ असामाजिक तत्व वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि वीडियो में दिखाए गए लोग हमारे गांव के नहीं हैं और यह जनसमर्थन पूरी तरह भ्रामक है। ग्रामीणों ने इस कथित षड्यंत्र के विरोध में धरमजयगढ़ थाना पहुंचकर सागरपुर निवासी तरुण, विष्णु एवं उसके अन्य साथियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है।
आवेदन में उल्लेख किया गया है कि उक्त व्यक्तियों ने कंपनी के समर्थन में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में प्रसारित किया, जिससे गांव में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है। और वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए तथा जनसुनवाई को रद्द कर प्रभावित ग्रामों की वास्तविक राय को प्राथमिकता दी जाए।
फर्जी समर्थन पत्र से अडानी कोल माइंस के लिए जनसुनवाई पर भड़का आक्रोश
