0 सांसद प्रतिनिधि पंकज कुमार ने उठाई मजदूरों की आवाज
कोरबा। कोरबा जिले के गिग वर्कर्स की सुरक्षा और अधिकारों के लिए सांसद प्रतिनिधि (श्रम विभाग) पंकज कुमार सोनी ने आवाज उठाई है।
डिजिटल और प्लेटफॉर्म आधारित कार्य व्यवस्था में तेजी से हो रहे बदलाव के बीच कोरबा जिले में कार्यरत हजारों गिग वर्कर्स-जैसे फूड डिलीवरी, ई-कॉमर्स डिलीवरी और घरेलू सेवाओं से जुड़े कामगारों के अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा की मांग को लेकर यह पहल की गई है।

सांसद प्रतिनिधि पंकज कुमार सोनी ने कोरबा कलेक्टर एवं सहायक श्रम आयुक्त को पत्र लिखकर गिग वर्कर्स की समस्याओं और उनके कल्याण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
0 गिग वर्कर्स को लेकर प्रमुख चिंताएँ:
1.ईएसआई, पीएफ और दुर्घटना बीमा जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से वंचित
2.न्यूनतम वेतन गारंटी और पारदर्शिता का अभाव
3.ई-श्रम पंजीकरण में जागरूकता की कमी
4.प्लेटफॉर्म कंपनियों द्वारा मनमाना व्यवहार और शिकायत निवारण तंत्र का अभाव स्वास्थ्य सेवा, पेंशन और ऋण सहायता से दूरी
0?पंकज सोनी द्वारा रखे गए प्रमुख सुझावः
- सभी गिग वर्कर्स के लिए पंजीयन शिविर आयोजित किए जाएँ और उन्हें ई-श्रम पोर्टल से जोड़ा जाए।
- कोरबा में “गिग वर्कर्स जिला कल्याण समिति” का गठन किया जाए।
- प्लेटफॉर्म कंपनियों को स्थानीय स्तर पर पंजीकरण एवं जवाबदेही के लिए बाध्य किया जाए।
- गिग वर्कर्स को दुर्घटना बीमा, स्वास्थ्य परीक्षण, ऋण सहायता एवं न्यूनतम आय गारंटी उपलब्ध कराई जाए।
- जिले में स्थायी शिकायत निवारण केंद्र की स्थापना हो।
- डिजिटल स्किलिंग एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम गिग वर्कर्स के लिए प्रारंभ किए जाएं।
पंकज कुमार सोनी ने प्रशासन से अपील की है कि इस बढ़ते वर्ग के अधिकारों, गरिमा और सामाजिक सुरक्षा के लिए गंभीरता से विचार करते हुए ठोस निर्णय लिए जाएं, जिससे कोरबा जिले के युवाओं को सुरक्षित और सम्मानजनक आजीविका का वातावरण मिल सके।
बता दें कि गिग वर्कर वे व्यक्ति होते हैं जो अस्थायी, लचीली या फ्रीलांस नौकरियों में काम करते हैं, अक्सर डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से। वे पारंपरिक, पूर्णकालिक रोजगार के बजाय व्यक्तिगत कार्यों या परियोजनाओं को पूरा करके पैसा कमाते हैं। (पार्ट टाइम जॉब जैसा)