कोरबा। जिले के अंतर्गत नेशनल हाइवे-130 कटघोरा से अंबिकापुर मार्ग नेशनल हाइवे लोक निर्माण विभाग के अधीन सड़क,क्या जान जाने के बाद ही सुधरेगी? पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गुरसिया से गुजरे पुल पर जानलेवा गड्ढे होने से जिला प्रशासन व पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम नें नेशनल हाइवे अथॉरिटी को निर्देश जारी किया कि उक्त स्थान पर समस्या क़ा निराकरण की जाये लेकिन सुचना के बावजूद नेशनल हाइवे के अधिकारी गड्ढे पुरी तरह कांक्रीट कर भरने को ध्यान नहीं दे रहे, जहाँ आये दिन दुर्घटना हो रही है।
नेशनल हाइवे- 130 पर चोटिया टोल प्लाजा संचालित है जहाँ बाइक को छोड़कर शेष प्रत्येक वाहनों से हर माह लाखो रूपये टैक्स लिए जा रहे हैं लेकिन अमजनों को उक्त टेक्स से सड़क सुधार सम्बन्धी सुविधा नहीं दी जा रही है। यह भी भर्राशाही व मनमानी देखी जा सकती है, जबकि नजदीकी टोल प्लाजा के प्रबंधको की जिम्मेदारी है कि अपने क्षेत्र की देख-रेख पर ध्यान रखें। इस तरह की अनदेखी से लोग अपनी जान खतरे में डालकर आना-जाना करते हैं।

गुरसिया पुल की स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है। यह पुल कटघोरा-अंबिकापुर मार्ग पर स्थित है और इस पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं, जिससे हर दिन हादसों का खतरा बढ़ता जा रहा है, खासकर रात के वक्त। कई बार इस पुल से गुजरने वाले वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गुरसिया पुल पर बने गड्ढों के कारण कई वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा कर हादसों में कई जान चली गई है तो कई घायल हुए हैं। खासकर छोटे वाहन, बाइक इस मार्ग पर चलते समय हादसों का शिकार हो रहे हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि झटके से वाहन के शीशे तक टूट चुके हैं, जिससे लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। यदि जल्द ही इस पुल की मरम्मत नहीं की गई, तो यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है।
गुरसिया पुल के नीचे गहरी नदी बहती है। यदि पुल पर बने गड्ढों के कारण भगवान न करे, यदि कोई भारी वाहन या बस अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में गिर जाए तो इससे बड़ी जन-धन हानि हो सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुल की मरम्मत के लिए बार-बार प्रशासन से अपील की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों ने बताया कि समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस समस्या को उठाया गया है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं। क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन और नेशनल हाइवे विभाग से गुहार लगाई है कि इस पुल की शीघ्र मरम्मत कराई जाए, ताकि रोजाना हो रही दुर्घटनाओं को रोका जा सके। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की भी उदासीनता बनी हुई है।