0 आम जनता सड़क पर तो फंस रही, FOB भी नहीं बच रहा
0 करनी चाहिए बेरिकेटिंक की व्यवस्था और मालवाहनों पर कार्रवाई
कोरबा। कोरबा शहर के व्यस्त क्षेत्र में यातायात की समस्या दिनों दिन बदहाल होती जा रही है। बिगड़ती यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए तथा आम लोगों खासकर चारपहिया वाहन चालकों की पार्किंग आदतों में सुधार लाने के लिए यातायात पुलिस चालानी कार्रवाई तो करती है लेकिन इससे बहुत सारे लोग वंचित होने के कारण अपनी आदत सुधार नहीं पा रहे हैं। शहर के व्यावसायिक और आवासीय क्षेत्र में यह समस्या बढ़ती जा रही है तो दूसरी तरफ शहर में लगने वाले जाम से छुटकारा पाने के लिए शहर के बीच बनवाए गए फ्लाईओवर ब्रिज में भी अब सुबह से लेकर रात तक बीच-बीच में जाम लगने लगता है। इस जाम में हालत उस वक्त काफी तकलीफ देह हो जाती है जब दर्री रोड के चंद थोक व्यवसाई के द्वारा अपना माल खाली कराने के लिए बड़े ट्रक वाहन को ओवरब्रिज के ऊपर ही खड़े करवा कर वहीं से मजदूरों के जरिए माल उतरवाया जाता है।
आज गुरुवार शाम करीब 7बजे से 7:30 बजे के मध्य ऐसा ही नजारा पेश आया जो पहले भी होता रहा है। बड़ा माल वाहन ट्रक ओवर ब्रिज में खड़े कराकर सामान खाली कराने के कारण यहां से आने-जाने वाले वाहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और इस जाम में एंबुलेंस वाहन भी फंसा रहा। ट्रक के जाने के बाद यातायात सामान्य हो पाया।
इस तरह की दिक्कत और भी कई बार पेश हो चुकी है लेकिन समाधान करने या कराने में रुचि नहीं ली गई। जाम में फंसते लोगों का कहना है कि व्यवसाईयों को भी आम जनता की तकलीफों के बारे में सोचना चाहिए।सड़क तक पार्किंग एरिया में दुकान लगाकर तो अधिकांश दुकानदारों के द्वारा सड़क तक टाइल्स लगाकर, पेवर ब्लॉक बिछाकर और उस पर रेलिंग लगाकर तथा अनेक मामलों में अपने वाहन खड़ी कराकर, ओवरब्रिज के नीचे भी आड़ा- तिरछा माल वाहन,अन्य वाहन खड़ी कराकर सामानों को खाली कराने या आने वाले ग्राहकों के द्वारा बेतरतीब वाहन खड़े करने की वजह से दूसरे लोगों को काफी परेशानी होती है। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए तथा इस तरह से मनमाना रवैया अपनाने की प्रवृत्ति को रोकने के लिए एक संयुक्त अभियान जिला प्रशासन, नगर निगम, राजस्व अमला, पुलिस प्रशासन, यातायात विभाग, परिवहन विभाग को मिलाकर चलाने की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। व्यवस्थाओं को बनाए रखने में आम जनता को व्यवसाईयों का भी सहयोग अपेक्षित है। सबके संगठित प्रयास से ही सबके लिए एक सुगम आवागमन और व्यवस्थित सुविधा इस शहर को प्राप्त हो सकती है।
0 एक महत्वपूर्ण सुझाव यह भी
इस जाम में अनावश्यक रूप से लगभग आधे घंटे से फंसे शहर के कुछ व्यवसायी व सम्भ्रांत लोगों ने सत्यसंवाद के माध्यम से एक सुझाव जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस प्रशासन को दिया है कि दर्री रोड से ओवर ब्रिज पर चढ़ने के दौरान शुरुआती छोर से लेकर करीब 100 से 150 मीटर की दूरी तक बेरीकेटिंग की जानी चाहिए। अक्सर होता यही है कि शहर की तरफ से ओवरब्रिज पर आकर चढ़ने के लिए लोग ओवरब्रिज के मुहाने से ही गाड़ियों को यू टर्न करते हैं या फिर जो ओवरब्रिज से उतरता है वह भी ठीक बगल से यू टर्न लेता है और मुड़कर पावर हाउस रोड की तरफ निकलता है। ऐसे हालातो में अक्सर वाहनों को मोड़ने के दौरान लगने वाले समय में दूसरे वाहन भी फंस जाते हैं व हादसे का खतरा बना रहता है। इससे बचने के लिए सुझाव है कि यहां वेरीकेटिंग की जाए और शहर की ओर से आने वाले या ओवरब्रिज से उतरकर यू टर्न लेने वाले वाहनों को आगे जाकर ओवरब्रिज पर चढ़ने की व्यवस्था करनी चाहिए। इस तरह के सुधार से काफी हद तक जाम की समस्या से निपटा जा सकता है।यहां के थोक व्यापारियों को भी हिदायत दी जानी चाहिए कि वह ट्रांसपोर्ट नगर में बड़े वाहन से मंगाए गए अपने सामानों को छोटे माल वाहनों के जरिए अपने दुकान तक मंगवा कर उसे खाली कराएँ। बड़े ट्रकों से माल परिवहन शहर के भीतर प्रतिबंधित करने की आवश्यकता है। कई बार ऐसे नजारे शहर के भीतर गार्डन के आसपास के थोक दुकानों में भी देखे जाते हैं।