0 परीक्षा से एक दिन पहले समय-सारिणी जारी,फिर सुधार कर एक दिन आगे बढ़ाया
कोरबा। कोरबा जिले में प्रभारी के भरोसे चल रहे जिला शिक्षा विभाग को अक्सर अलग-अलग कारनामों से सुर्खियों में लाने का काम हो रहा है। कभी यहां प्रभारी व्याख्याता बैठकर कारनामा करते हैं तो कभी प्रभारी प्राचार्य DEO की कुर्सी संभालने के बाद शिकायतों के बोझ तले दबते जा रहे हैं। मूल रूप से शैक्षणिक कार्य के लिए भर्ती होने वाले शिक्षकों को प्रशासनिक कार्यों के लिए प्रशासनिक पदों पर बिठाने की जो परंपरा चल पड़ी है, उससे सवाल लगातार उठ रहे हैं और राज्य हाईकोर्ट भी टिप्पणी कर चुका है।
इसी बीच एक ऐसा भी मामला सामने आया जिसमें प्रभारी DEO की कार्य के प्रति अगंभीरता प्रदर्शित हुई है। अभी वर्ष 2024-25 के शिक्षण सत्र के लिए अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की तैयारी हो रही है। परीक्षा का टाइम टेबल जारी करने के दौरान जो बड़ी चूक हुई, उसे सहजता से नहीं लेना चाहिए। हालांकि इसे एक मानवीय त्रुटि कहा जा सकता है लेकिन इस त्रुटि में इतना बड़ा अंतर हो जाना भी अपने आप में गंभीर है, ऊपर से इस गलती को नजरअंदाज कर प्रस्तुत किए गए दस्तावेज को बिना देखे और हस्ताक्षर करने की हड़बड़ी यह बताने के लिए पर्याप्त है कि आनन-फानन में की जाने वाली कार्रवाई कभी भी किसी बड़े दस्तावेजी घटना को अंजाम दे सकती है। 11 दिसंबर को जिला शिक्षा अधिकारी (मूलतःप्राचार्य) टीपी उपाध्याय के हस्ताक्षर से अर्धवार्षिक परीक्षा की समय सारणी जारी हुई। 13 दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षा की समय सारणी 11 दिसंबर को जारी होती है यानी की बच्चों को ज्यादा समय नहीं मिला। समय सारणी जारी करते वक्त जिसने भी इसे टाइप किया या कराया उसने 2024 के स्थान पर 2025, 2026 और 2027 तक की समय अवधि लिख डाली। अब ऐसा उसने क्यों और किस हालत में किया, यह तो वही जाने लेकिन टाइप होने के बाद बाबू के द्वारा नोटशीट तैयार कर इसे दस्तखत के लिए DEO साहब के पास लाया गया। DEO साहब ने भी हड़बड़ी में गड़बड़ी कर दी और बिना पढ़े-देखे हस्ताक्षर कर दिया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज जिले में आये हैं, इससे एक दिन पहले प्रभारी DEO के द्वारा अर्धवार्षिक परीक्षा की समय सारणी जारी की जाती है और वह भी हड़बड़ी में। जब यह समय सारणी शिक्षकों के बीच पहुंची और हास-परिहास का दौर शुरू हुआ तो उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और आनन-फानन में दूसरी समय सारणी जारी की गई। हालांकि इसमें 13 दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षा को एक दिन आगे बढ़ाते हुए हर परीक्षा की तिथि को एक दिन आगे खिसकाया गया है, इससे विद्यार्थियों को थोड़ी बहुत राहत मिलेगी।