0 खुद मुख्यमंत्री साय ने भ्रष्टाचार पर 15 दिन में मांगी थी रिपोर्ट
कोरबा। स्कूलों में विभिन्न कार्यों के लिए मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत जारी की गई राशि में भ्रष्टाचार के आरोपों पर शुरू कराई गई जांच कोरबा जिले में बीरबल की खिचड़ी बनकर रह गई है। यह जांच किस हद तक और कहां तक पहुंची है यह तो संबंधित विभागों के अधिकारी ही जानें लेकिन सूत्रों की मानें तो जिन स्कूलों में जांच की जानी है, वहां पर अधिकारियों के कदम पड़े नहीं हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के निर्देश पर कोरबा जिले में कराई जा रही जांच पर सवाल उठना लाजिमी है। ठेकेदारों का भी पैसा इस योजना में फंसा हुआ है। जो काम कर चुके हैं, उनकी भी राशि जांच के नाम पर जारी नहीं हो रही है और आर्थिक संकट झेल रहे हैं
बता दें कि छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान स्कूल भवनों की मरम्मत सहित अन्य कार्यें के लिए स्कूल जतन योजना शुरू की गई थी। हर स्कूल को 5-5 लाख रुपये दिए गए थे। इस योजना पर राज्य भर में करीब 2 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। ज्यादातर स्कूलों में योजना के तहत कोई काम नहीं हुआ और पूरा पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। विपक्ष में इस योजना पर लगातार हमलावर भाजपा ने सत्ता में आते ही पूरे मामले की जांच के निर्देश जारी कर दिए गए। सीएम ने खुद कहा है कि सरकार जांच करा रही है, जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
इसी कड़ी में कोरबा जिले में कार्यालय कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा,एके जोगी के द्वारा दिनांक 19.09.2024 को जारी पत्र के जरिये कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग, कार्यपालन अभियंता, गृह निर्माण मण्डल व कार्यपालन अभियंता, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की जांच करने के संबंध में निर्देशित किया है।
कहा गया है कि स्कूल शिक्षा विभाग के पत्र दिनांक 08.07.2024 व कलेक्टर, जिला-कोरबा के आदेश दिनांक 02.08.2024 के संदर्भित आदेश क्र. 02 माध्यम से, मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत सत्र 2022-23 में स्वीकृत मरम्मत योग्य शालाओं के जीर्णोद्धार एवं अतिरिक्त कक्ष के निर्माण कार्यों के जांच हेतु आपको आदेश प्राप्त हुये हैं। जिसके परिपालन में इस कार्यालय द्वारा मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की सूची जांच एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु आपकी ओर सम्प्रेषित है सहपत्र में 428 कार्यों की सूची भी प्रेषित की गई थी किंतु जांच का अता-पता नहीं है।
0 जांच जारी है, डीईओ को देंगे प्रतिवेदन
इस बारे में श्री जोगी ने बताया कि जांच संबंधी प्रतिवेदन डीईओ कार्यालय में संबंधित अधिकारी द्वारा सौंपी जाएगी और उसके आधार पर आगे जानकारी भेजी जाएगी। मेरे पास अभी तक जांच के संबंध में कोई सूचना नहीं पहुंची है और ना प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है, जांच अभी जारी है।