0 माँ के गले लग कर फफक पड़ी मूक-बधिर बेटी,खुशी का ठिकाना नहीं
कोरबा। यह नवरात्रि एक माँ और उसके परिवार के लिए किसी चमत्कार से काम नहीं। माँ के दरबार में दर्शन करने पहुंची 1 साल से लापता मूक-बधिर बेटी को हजारों की भीड़ में भी उसके एक परिजन ने पहचान लिया और बेटी का परिवार से पुनः मिलन हुआ। यह संयोग किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि जिंदगी की हकीकत है। परिवार इसे माँ का चमत्कार मानकर बार-बार मातारानी को धन्यवाद दे रहा है।
आरपी नगर फेस-1 दुर्गा पूजा पंडाल में यह संयोग नजर आया जहां बेटी के मिलने की उम्मीद छोड़ चुके परिवार को 1 साल बाद बेटी सही सलामत मिली।
यह किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि हकीकत है। मामला कोरबा के कटघोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम धवईपुर का है, जहां 1 वर्ष पूर्व नवंबर 2023 को मूक-बधिर नीली उम्र लगभग 25 वर्ष अपने घर से राशन सामान लेने दुकान गई हुई थी। काफी देर हो जाने के बाद भी जब घर नहीं लौटी तो परिवार वाले ढूंढने लगे और कई महीने तक ढूंढते रहे पर कहीं पता नहीं चला। थक-हार का परिवार वाले आशा छोड़ दिए और अपने-अपने काम में लग गए।
इसी बीच एक वर्ष बाद परिवार का एक सदस्य कोरबा में आरपी नगर स्थित दुर्गा पंडाल के सामने खिलौने की दुकान लगाया हुआ है जहां पंडाल में पूजा करने पहुंची नीली से परिवार के एक सदस्य से मुलाकात हो जाती है। समाज सेवक राणा मुखर्जी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया उनके द्वारा “अपना घर सेवा आश्रम” का संचालन मिनीमाता गर्ल्स कॉलेज के पीछे किया जा रहा है जहां पर मानसिक रूप से बीमार, मूक बधिर, बुजुर्ग या जिनका कोई नहीं होता, ऐसे लोगों की यहां पर सेवा किया जाता है l
1 वर्ष पूर्व 112 की टीम नीली को बीमार हालत आश्रम में लेकर आए थे। 8 अगस्त को आश्रम के सभी लोगों को आरपी नगर स्थित दुर्गा पंडाल में मां दुर्गा का दर्शन कराने लेकर गए हुए थे कि इसी बीच उनके परिवार एक सदस्य जो कि खिलौना बेचने आया हुआ था, उससे मुलाकात हो जाती है और परिवार के लोगों को दूरभाष से जानकारी दी जाती है ।इसके बाद परिवार के सभी सदस्य नीली को लेने के लिए पहुंचे जहां परिवार वाले अपनी बेटी को 1 वर्ष बाद पा कर गले लगा कर खुशी के आंसू बहाए और राणा सहित माँ दुर्गा को धन्यवाद दिए।