0 भारत रत्न स्व.राजीव गांधी के स्वप्न ग्राम रंजना में भी यह हाल
कोरबा। जिले के ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) में मनी लॉन्ड्रिंग की तरह कार्य होने और व्यापक गड़बड़ियों की शिकायत के बाद जांच की स्थिति अधिकारियों के कमरे से निकलकर बाहर नहीं आ पा रही है। शिकायतकर्ता को भी इससे अनजान रखा जा रहा है तो दूसरी तरफ ग्राम रंजना में रीपा पर ताला लटका है। बताया जा रहा है कि निर्माण करने/कराने वाले ने मानक अनुरूप कार्य नहीं किया,जिसके कारण यहां रीपा की गतिविधियों को आज तक प्रारम्भ नहीं किया जा सका है।
ग्राम रंजना भारत के नक्शे पर चर्चा में तब आया जब तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी इस गांव में पहुँचे थे। कटघोरा विकासखण्ड का यह गांव आज भी स्व. राजीव गाँधी के सपनों का गांव के रूप में जाना जाता है।
इस क्षेत्र के विधायक रहे पुरुषोत्तम कंवर से लेकर अभी भाजपा के विधायक भी रीपा की गतिविधियों को यहां प्रारम्भ करा पाने में सफल होते नहीं दिख रहें, या इन्हें सरकारी धन के सदुपयोग से मतलब नहीं है।
ठेकेदार के अमानक कार्य का खमियाजा, लाखों की खराब होती मशीनरी और समूहों के आर्थिक/रोजगारपरक उत्थान में अरुचि के रूप में सामने आ रहा है। कोई जवाबदारी निर्माणकर्ता पर नहीं डाले जाने और उसकी कारगुजारियों पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पर्दा डालने के कारण अन्य रीपा का भी कुछ यही निष्क्रिय हाल है तो कुछ अपवाद भी हो सकते हैं।
0 पंचायत की जिम्मेदारी, अधिकारी ध्यान रखें: कलेक्टर
12 नवम्बर 2024 की समय सीमा की बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत ने रीपा पर निर्देश देते हुए कहा था कि “जिले के ग्रामीण औद्योगिक पार्क में लगाए गए उपकरणों की सुरक्षा पर निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि रीपा में लगे मशीनों की देख-रेख व सुरक्षा की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत व स्व सहायता समूह की है। इस हेतु पंचायत स्तर पर ही मशीनों की रख रखाव की व्यवस्था सुनिश्चित हो, अधिकारी इसका ध्यान रखें।