👉🏻 सरपंच के साथ थाना पहुंची पीड़िता ने शिकायत वापस ली,कहा-बढ़ा-चढ़ा कर लगाया था आरोप
कोरबा-कटघोरा/बांगो। कटघोरा निवासी पत्रकार अरविंद शर्मा और सहयोगी अमरजीत शर्मा पर छेड़छाड़ करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने वाली महिला पलट गई। उसने कोई कार्रवाई नहीं चाहने की अर्जी स्टाम्प में लिखकर थाना में दी है।
कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत लालपुर में एक तरह से डर्टी राजनीति का खेल खेला जा रहा है। यहां व्यापक पैमाने पर हुए और हो रहे भ्रष्टाचार का मामला उजागर करने पर उक्त पत्रकार के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत पिछले दिनों की गई थी। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है जब पीड़िता और उसकी सहेली ने सरपंच के साथ बांगो थाना में पहुंचकर स्टांप पेपर पर शपथ पूर्वक कथन करते हुए कोई कार्रवाई नहीं चाहने और शिकायत को बढ़ा-चढ़ा कर लिखने की बात कही है। महिला ने सीधे जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत की थी और इसकी कॉपी बांगो थाना में दी। छेड़छाड़ का आरोप लगाने की खबर प्रकाशन के बाद अरविंद शर्मा और अमरजीत शर्मा भी हरकत में आ गए और शाम होते-होते महिला का एक ऑडियो वायरल हुआ जिसमें उसने शिकायत को ही झूठा करार दिया और यहां तक कहा कि वह तो शिकायत करने गई ही नहीं थी,घटना के वक्त तो कैंटीन में काम कर रही थी। उसके नाम से झूठी शिकायत की गई है। लेकिन बाद में उसने पुलिस के बुलाने पर जांच पड़ताल के दौरान छेड़छाड़ और आवेदन में लिखी गई कुछ गंभीर घटनाक्रम के होने से इनकार करते हुए बातों को बढ़ा-चढ़ा कर बताना लेख किया। एक तरह से शिकायत वापस ले लेने के बाद पत्रकार और उसके सहयोगी को राहत मिली है। पीड़िता ने कहा है कि वह अपने परिवार से सलाह करने के बाद शिकायत वापस लेने के लिए तैयार हुई है, लेकिन पर्दे के पीछे की सच्चाई कुछ और कहती है।
👉🏻सरपंच सचिव की भूमिका सन्देहास्पद, एक जनपद सदस्य पति खास सक्रिय
इस पूरे मामले में पंचायत के सरपंच और सचिव की भूमिका संदेह के दायरे में शुरू से देखी जा रही है, वहीं इस पूरे मामले में एक जनपद सदस्य के पति की सक्रियता भी खूब रही है। विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि उक्त पीड़ित महिला व उसकी सहेली सचिव से परिचित हैं और ऐसा अपुष्ट तौर पर कहा जा रहा है वह महिला के उक्त ऑडियो में भी यह बात कही गई है कि सचिव ने उसका नाम फंसा दिया है। तो क्या, ऐसी गंदी राजनीति लालपुर में भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए खेली जा रही है कि समाचार प्रकाशन करने पर छेड़छाड़ जैसा गंभीर आरोप लगवाकर परेशान किया जाए, आरोपी बनवा दिया जाए ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ उठने वाली तमाम आवाजों को भयभीत कर खामोश किया जा सके। हालांकि लालपुर के भ्रष्टाचार का मामला सत्यसंवाद ने भी काफी प्रमुखता से उजागर किया और जिला पंचायत सीईओ दिनेश नाग ने इस मामले में जांच का निर्देश जारी करते हुए टीम गठित कर दी है। अपरिहार्य कारणों से टीम की जांच अभी शुरू नहीं हो पाई है लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वर्षों से जमे सचिव मो. हसन और सरपंच के काले कारनामों के चिट्ठे खुलते जाएंगे। देखना यह है कि जांच किस दिशा में जाती है और संबंधितों पर किस तरह की कार्रवाई तय हो पाएगी? वैसे क्षेत्र के लोग तो यह भी चाहते हैं कि सचिव मोहम्मद हसन की आय और कार्यकाल के दौरान अर्जित की गई चल-अचल संपत्ति की जांच भी कराई जानी चाहिए।
👉🏻 यह थी शिकायत
सीधे एसपी से की गई लिखित शिकायत में पीड़िता ने बताया था कि वह और उसकी सहेली यहां….. की निवासी हैं जो कि दिनांक 06.10.2025 को समय लगभग 1 बजे के आसपास लालपुर से पोड़ी जाने के लिए बस स्टैण्ड में खड़े थे तभी लालपुर बस्ती की तरफ से एक छोटी सफेद कलर की गाड़ी आई जिसमें कटघोरा निवासी अरविंद शर्मा व अमरजीत शर्मा बैठे थे, जो हमें देखकर अपने पास बुलाये फिर हम उसके गाड़ी के नजदिक गये तो वे दोनों कार से उतरकर गंदी इशारा करते हुए साथ चलोगे क्या बोलते हुए दोनों का हाथ पकड़कर जबरदस्ती करने लगे। सहेलियों के द्वारा बीच बचाव कर शोर मचाया गया तो वे दोनों डरकर वहां से भाग गये फिर घटना की सूचना परिचितों को फोन कर दिये। बताया गया कि अरविंद शर्मा व अमरजीत शर्मा अक्सर इनके गांव तरफ आते रहते हैं, जिस कारण दोनों पीड़िता उन्हें अच्छे से जानते पहचानते हैं। पुलिस अधीक्षक से प्रार्थना की गई थी कि अरविंद शर्मा एवं अमरजीत शर्मा के विरूद्ध उचित जांच कर छेड़ने, अश्लिलता करने के संबंध में कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की कृपा करें ।


