▶️ थाना उरगा क्षेत्र में तिहरे हत्याकांड का खुलासा
▶️ 5 लाख रुपये को 2 करोड़ 50 लाख रुपये करने का लालच देकर रची गई साजिश
कोरबा। जिले के बड़े कबाड़ कारोबारी अशरफ मेमन सहित तीन लोगों की संदिग्ध मौत के मामले में पिछले तीन दिनों से चले आ रहे अटकलों और कयासों के दौर पर विराम लग गया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि तंत्र-मंत्र के बहाने इन तीनों की गला घोट कर हत्या की गई है। इस तरह मामले का पटाक्षेप तो कर दिया गया लेकिन अशरफ को करीब से जानने वालों के गले से नीचे यह बात अभी भी नहीं उतर रही है कि वह किसी तंत्र-मंत्र के झांसे में इतनी आसानी से आ गया और मौत को खुद गले लगा लिया होगा। हालांकि पुलिस ने किसी भी साजिश को उजागर नहीं किया है लेकिन यह जरूर स्पष्ट किया है कि तंत्र-मंत्र के बहाने इनकी हत्या की गई है।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा भूषण एक्का तथा नगर पुलिस अधीक्षक दर्री विमल पाठक के मार्गदर्शन में विशेष जांच टीम द्वारा जांच की गई। दिनांक 11-12-2025 को थाना उरगा अंतर्गत ग्राम कुदरी स्थित फार्म हाउस की घटना में विशेष जांच टीम गठित कर घटनास्थल निरीक्षण, शव पंचनामा, साक्ष्य संकलन एवं गवाहों से पूछताछ की कार्यवाही प्रारंभ की गई।
👉🏻 जांच में यह पाया गया
जांच में यह तथ्य सामने आया कि मुख्य आरोपी तांत्रिक आशीष दास द्वारा तंत्र-मंत्र के माध्यम से 5 लाख रुपये को 2 करोड़ 50 लाख रुपये करने का झांसा देकर मृतक नितेश रात्रे, असरफ मेमन एवं सुरेश साहू को ग्राम कुदरी स्थित असरफ मेमन के फार्म हाउस में तंत्र-मंत्र की प्रक्रिया के नाम पर बुलाया गया। दिनांक 10-12-2025 की रात्रि को आरोपी तांत्रिक आशीष दास अपने साथ नायलॉन की रस्सी, नींबू, नारियल, अगरबत्ती एवं अन्य तंत्र-मंत्र सामग्री लेकर फार्म हाउस पहुँचा। उसने मृतकों एवं अन्य सह-आरोपियों को कमरे के बाहर रस्सी पकड़कर खड़े रहने को कहा तथा तंत्र-मंत्र की प्रक्रिया के बहाने एक-एक कर मृतकों को कमरे के अंदर बुलाया। सर्वप्रथम मृतक नितेश रात्रे को कमरे के अंदर बैठाकर उसके गले में नायलॉन की रस्सी डाली गई तथा बाहर खड़े सह-आरोपियों द्वारा रस्सी खींचकर उसका गला घोंट दिया गया, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। इसी प्रकार क्रमशः मृतक असरफ मेमन एवं सुरेश साहू को भी तंत्र-मंत्र की प्रक्रिया के बहाने कमरे के अंदर बुलाकर नायलॉन रस्सी से गला घोंटकर उनकी हत्या की गई।
घटना के पश्चात मृतकों के परिजनों एवं स्थानीय लोगों द्वारा तीनों को उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहाँ चिकित्सकों द्वारा परीक्षण उपरांत तीनों को मृत घोषित कर दिया गया। प्रारंभिक रूप से थाना सिविल लाइन, रामपुर द्वारा मेमो रिपोर्ट के आधार पर मर्ग कायम किया गया, परंतु घटनास्थल थाना उरगा क्षेत्रांतर्गत होने के कारण प्रकरण थाना उरगा स्थानांतरित किया गया। मामले में थाना उरगा में अपराध क्रमांक 544/2025 धारा 103(1), 61(2), 3(5) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
👉🏻 पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों मृतकों की मृत्यु का कारण Asphyxia due to ligature strangulation (नायलॉन रस्सी से गला घोंटने के कारण दम घुटना) तथा मृत्यु की प्रकृति Homicidal (हत्या) पाई गई। उक्त संपूर्ण घटनाक्रम की विवेचना के दौरान विशेष जांच टीम द्वारा भौतिक साक्ष्य, तकनीकी विश्लेषण एवं आरोपियों के मेमोरेंडम कथन के आधार पर कुल 06 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त नायलॉन रस्सी, तंत्र-मंत्र सामग्री, मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल, स्कूटी, इनोवा कार एवं नगद राशि 5 लाख रुपये सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई ।0 लोगों के मन में उमड़ते सवाल अब भी कायम
0 क्या इसके पहले भी आरोपियों के गिरोह ने कहीं भी लाख को करोड़ में बदला है
0 इनका कोई पुराना रिकार्ड, मूल पेशा
0 इनके बारे में किसने बात पता की और कौन-कौन इस बात को फैला कर तीनों मृतकों को तैयार किया
0 तांत्रिक/बैगा ने क्या इन तीनों के पूर्ण होशोहवाश हालत में गले में रस्सी बांधकर खींचने की विधि पूर्ण की या पहले कुछ खिलाया-पिलाया
0 मृतकों के शरीर में चोट-खरोंच के निशान आना बताए गए हैं, तो वो कैसे आए
0 अशरफ सिगरेट पीने का आदी था और भीतर कमरे से सम्भवत: एक सिगरेट का टुकड़ा मिला, उसके पैंट की जेब से सिगरेट-लाइटर मिला पर, नींबू न तो जेब से न मुंह से, तो क्या उसने इत्मीनान से यह सब सिगरेट पीते हुए होते देखा और बिना निम्बू के तंत्र क्रिया की गई
0 जब पहले,फिर दूसरे व्यक्ति की हालत रस्सी ज्यादा खींचे जाने से बिगड़ गई तो बैगा ने विधि क्यों नहीं रोकी
0 क्या प्रमुख रूप से अशरफ मेमन इनकी टारगेट में था और तंत्र-मंत्र की आड़ लेकर किसी सोची-समझी साजिश को अंजाम दिया गया व दोनों को सबूत मिटाने की गरज से मारा गया
0 कमरे में आखिर ऐसा क्या हुआ कि अपने जान और परिवार को लेकर हमेशा सजग रहने वाले अशरफ ने दो लोगों को बेहोश देखकर भी आसानी से अपने गले में फंदा डलवा लिया,क्योंकि वह तीसरे नम्बर पर अंदर जाने वाला व्यक्ति था (जैसा बैगा के साथी अश्वनी कुर्रे ने वीडियो में बताया)
0 क्या कमरे में पहले अशरफ, फिर बाकी को फंदे में लपेटा गया,क्योंकि अशरफ के जानकारों के मुताबिक यह उसकी जिंदगी का ऐसा पहला और आखरी मौका होगा जब वह किसी खतरे को न भांप सका हो और तंत्र-मंत्र के जाल में कथित तौर पर उलझा हो…..
ऐसे कई अनगिनत सवाल हैं जिनके जवाब अब तक नहीं मिल सके हैं।
👉🏻गिरफ्तार आरोपियों के नाम

01-आशीष दास, पिता – मुकेश दास, उम्र 24 वर्ष, निवासी – कमेल बिहार, बिलासपुर। 02-राजेन्द्र जोगी, पिता – सुन्दर जोगी, उम्र 75 वर्ष, निवासी – जरहाभांठा, जिला बिलासपुर। 03 केशव सूर्यवंशी, पिता – स्व. राम खिलावन, उम्र 55 वर्ष, निवासी – घुरू, गोकुलधाम, सकरी, बिलासपुर। 04-अश्वनी कुर्रे, पिता – पुन्नीलाल, उम्र 42 वर्ष, निवासी – अमेरि, थाना सकरी, बिलासपुर। 05-संजय साहू उर्फ लव कुमार साहू, पिता – स्व. रामरतन साहू, उम्र 46 वर्ष, निवासी – मोदर, थाना सीपत, बिलासपुर। 06-भागवत प्रसाद, पिता – दिलहरण दास मेहतर, उम्र 48 वर्ष, निवासी – मुकाम मुड़ापार बाजार, मूल निवासी – गवरा पंतोरा, जिला जांजगीर-चांपा। सभी आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजकर जेल दाखिल किया गया है। प्रकरण में आगे की विवेचना जारी है।



