कोरबा। भाजपा की वापसी के बाद नगर पालिक निगम कोरबा में जहां पत्रकारों को सामान्य सभा की बैठक में महापौर व सभापति के निर्देश पर एंट्री मिली और पत्रकारों के 10 साल का वनवास दूर हुआ तो दूसरी तरफ नगर पालिका परिषद बांकीमोगरा में काबिज भाजपा की ही अध्यक्ष को पत्रकारों से न जाने कौन सा भय सताया है कि उन्हें एंट्री नहीं दी गई। पालिक तक जाकर दहलीज से इन्हें वापस लौटना पड़ा।
नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा के गठन उपरांत यह पहली सामान्य सभा की बैठक है जिसमें नगर विकास के मुद्दों को लेकर भाजपा-कांग्रेस व अन्य पार्षदों के द्वारा अपनी-अपनी बात रखे जाने के साथ एजेंडों पर चर्चा और बहस हो रही होगी, लेकिन कौन पार्षद अपने वार्ड के लिए तथा नगर विकास के लिए सजग होकर किन मुद्दों पर किस तरह से मुखर है या कौन पार्षद निष्क्रियता दिख रहा है, यह आम जनता को बताने में अहम भूमिका रखने वाले पत्रकारों को सामान्य सभा में एंट्री नहीं दी गई है। बांकीमोगरा प्रेस क्लब व पत्रकारों को इस बात की उम्मीद थी कि कोरबा नगर निगम की तरह ही यहां भी भाजपा की पालिका अध्यक्ष अपने विवेक से निर्णय लेकर पत्रकारों को सम्मान पूर्वक सामान्य सभा में आमंत्रित करेंगी, लेकिन यहां तो सोच के विपरीत ही कार्य हुआ।
एक दिन पहले ही नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष पार्षद मधुसूदन दास के द्वारा इस विषय में नगर पालिका सीएमओ को पत्र लिखकर आग्रह किया गया था किंतु जब तक अध्यक्ष की सहमति न हो, सीएमओ निर्णय कैसे ले सकती हैं। अनुमति देना या ना देना विशेषाधिकार हो सकता है लेकिन क्षेत्र में चर्चा इस बात की भी है कि पालिका अध्यक्ष स्वतंत्र रूप से निर्णय नहीं ले पा रही हैं और कहीं न कहीं उन पर कुछ निर्णय बाहर से थोपे भी जा रहे हैं, वरना ऐसी कोई बात नजर नहीं आती कि मीडिया को एंट्री ना दी जाय….!
KORBA:पत्रकारों को NO एंट्री,बांकी नपा की पहली सामान्य सभा में आखिर किस बात का भय….?
