कोरबा। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज में एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र की पहचान हिमांशु कश्यप के रूप में हुई है, जो बिलासपुर का रहने वाला था और मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष का छात्र था।
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि हिमांशु सीनियर छात्र था, लेकिन कुछ विषयों में असफलता के कारण वह इस वर्ष भी प्रथम वर्ष की परीक्षा दे रहा था। प्रबंधन ने आशंका जताई है कि परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण छात्र ने यह कदम उठाया हो सकता है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कॉलेज के डीन का बयान भी सामने आया है।
कॉलेज में शोक का माहौल
हिमांशु की आत्महत्या की खबर से पूरे कॉलेज में शोक और तनाव का माहौल है। साथी छात्रों और शिक्षकों में शोक की लहर है। पुलिस जांच के बाद ही आत्महत्या के सही कारणों का पता चल पाएगा ।
👉🏻 रैगिंग और प्रताड़ना की चर्चा
हिमांशु द्वारा आत्मघाती कदम उठाए जाने के मामले में उसके पारिवारिक सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि वह हॉस्टल में एक सीनियर छात्र के द्वारा की जा रही रैगिंग की प्रताड़ना के कारण काफी परेशान था। उसने अपने परिजनों को भी यह बात बताई थी। बताया जा रहा है कि इस संबंध में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को भी परिजन ने अवगत कराया था। हालांकि प्रबंधन इस घटना के बाद रैगिंग जैसी किसी बात से इनकार कर रहा है लेकिन पारिवारिक सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि हिमांशु एक सीनियर छात्र के रैगिंग का काफी शिकार हो रहा था और प्रताड़ना के दौर से गुजर रहा था। हालांकि पुलिस की जांच अभी शेष है और जो भी तथ्य जांच में सामने आएंगे, उनके आधार पर मर्ग की विवेचना पूर्ण होगी।