कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मानवता तब शर्मसार हुई जब एक वृद्धा के शव को ले जाने के लिए एसईसीएल अस्पताल से एम्बुलेंस नहीं मिली। कोई शव वाहन की भी सुविधा नहीं मिली। अंततः नगर पालिका की कचरा गाड़ी में मृतका एसईसीएल कॉलोनी निवासी पैंसठ वर्षीय गीता श्री विश्वास के शव को ले जाना पड़ा। मौके पर बांकीमोंगरा थाना से पहुंचे एएसआई पृथ्वीराज मोहन्ती को पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है। इस मामले में एसईसीएल अस्पताल व अन्य जिम्मेदार भी दोषी हैं,जिन पर भी कार्रवाई अपेक्षित है।
इस घटना ने किसी भी मृत व्यक्ति के प्रति मानवीय गरिमा और शवों के सम्मानजनक निपटान की सरकारी व्यवस्था पर कई गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। यह सिर्फ एक चूक नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं की जानबूझकर गैर संवेदनात्मक अनदेखी है। आम नागरिकों ने इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की है वहीं अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई अपेक्षित है। कहीं न कहीं नगर पालिका के जिम्मेदारों की असंवेदनशीलता उजागर होती है।
0 कालोनी में मिली थी वृद्धा की अधजली लाश

बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र अन्तर्गत सोमवारी बाजार में शिव मंदिर के पीछे SECL कॉलोनी में गीताश्री विश्वास पति स्वर्गीय अर्जुंद नाथ विश्वास 70 वर्ष, निवासी कवार्टर नंबर M/29 का अधजला शव मंगलवार को मिला था। शिनाख्त के बाद शव को मर्ग पंचनामा उपरांत पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि पुलिस को शव ले जाने गाड़ी नहीं मिली। इस मामले में जहां एसईसीएल से शव वाहन, विभागीय अस्पताल से एम्बुलेंस नहीं मिला वहीं किसी दूसरे वाहन की भी व्यवस्था नहीं कराई जा सकी।