0 भरोसा राम रहे हैं रानू के अलावा संजीव झा और नूतन कंवर के भरोसेमंद,जमकर किया झोलझाल
रायपुर/कोरबा। राज्य की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) द्वारा बहुचर्चित डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) घोटाले में कार्रवाई जारी है। जांच के दौरान अधिकारियों की गिरफ्तारियां चौंकाने वाली हैं कि जड़ें कितनी गहरी हैं। ननकीराम की चिट्ठी ने भ्रष्ट्र अधिकारियों-कर्मियों के होश उड़ा रखे हैं। भरोसा राम ठाकुर – तत्कालीन नोडल अधिकारी, डीएमएफटी प्रमुख नाम हैं। इनके अलावा तत्कालीन जनपद CEO राधेश्याम मिर्झा, व्ही के राठौर व भुनेश्वर सिंह राज शामिल हैं। CEO ने कटघोरा,पाली, पोड़ी-उपरोड़ा में पदस्थ रहते बड़ी गड़बड़ियों को अंजाम दिया है।
अब जरा घोटाले के फ्लैशबैक में जाएं तो जब यह सब कुछ अपने चरम पर था,तभी वरिष्ठ भाजपा नेता व तत्कालीन रामपुर विधायक ननकी राम कंवर ने घोटाले की ताबूत में अपनी कील ठोंक दी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया था कि किस तरह से गड़बड़ियां की जा रही हैं।
0 व्यक्तिगत स्वार्थ से मन चाहे कार्य को स्वीकृत किया
ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री को अप्रैल 2023 में पत्र लिखकर अवगत कराया था कि- कोरबा जिले में जिला खनिज न्यास मद की राशि में अरबो रुपये का घोटाला प्रत्येक वर्ष हो रहा है जिससे शासन के मंत्री भी फल-फूल रहे हैं। वर्ष 2022-23 में शासी परिषद की बैठक में जो कार्य अनुमोदित हुए थे, उनकी स्वीकृति न देकर व्यक्तिगत स्वार्थ से मन चाहे कार्य को स्वीकृत किया गया और उस कार्य का अनुमोदन भी नहीं लिया गया है। इस तरह से जिला खनिज संस्थान न्यास की राशि विकास कार्य में खर्च करने के लिए केंद्र सरकार ने जो नियम बनाया है उसका पूर्ण रूप से अवहेलना करते हुए कलेक्टर कोरबा द्वारा अपने नियम बनाकर केवल कागजों में कार्य स्वीकृत किये गए हैं। धरातल में कोई प्रशिक्षण किसी को मिला ही नहीं, सामाग्री सप्लाई हुआ ही नहीं, कई निर्माण कार्य हुआ ही नहीं फिर भी अरबों रूपये गबन कर भष्टाचार कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला खनिज संस्थान न्यास संजीव झा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह सचिव जिला खनिज संस्थान न्यास नूतन कंवर और तत्कालीन परियोजना समन्वयक भरोसा राम ठाकुर के द्वारा मिलीभगत कर किया गया है। डी.एम.एफ फंड केवल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है।
0 हस्ताक्षरित अनुमोदन सूची तक गायब करा दिए गए
ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री को बताया कि वर्ष 2022-23 में अनुमोदन किये गए सूची मेरे बार-बार मांग करने के बाद नहीं दिया गया और विधानसभा में प्रश्न करने पर दिया गया है जिसमें कूटरचित कर केवल पुरुषोतम कंवर विधायक कटघोरा और मोहित केरकेट्टा विधायक पाली तानाखार सहित अध्यक्ष (कलेक्टर) । सचिव (मुख्य कार्यपालन अधिकारी) का हस्ताक्षर युक्त अनुमोदित सूची प्राप्त हुआ है। जिस सूची में मेरा (ननकीराम कंवर ) और अन्य सदस्य का हस्ताक्षर भी नहीं है जबकि वे(ननकीराम) शासी परिषद् की बैठक में सम्मिलित हुए थे और हस्ताक्षर भी किया था, उस सूची को गायब कर दिया गया है। इस तरह मनचाहे कार्य को फर्जी ढंग से अनुमोदन किया गया और जिस कार्य का अनुमोदन हुआ भी उस कार्य को स्वीकृत नहीं किया गया और जो कार्य स्वीकृत हुआ है उस कार्य का अनुमोदन नहीं लिया गया। इस तरह मनचाहे कार्यों को स्वीकृत तत्कालीन कलेक्टर संजीव झा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन कंवर और परियोजना समन्वयक भरोसाराम ठाकुर के द्वारा किया गया है। जो कार्य स्वीकृत कर राशि आहरण कर अरबों रुपये का गबन किया गया है, असल में वो सब कार्य कागज में स्वीकृत किया गया है और धरातल में कार्य ही नहीं हुआ और पूरा राशि बंदरबाट कर दिया गया है।
0 राशि का गबन और GST की बड़ी चोरी
वर्ष 2022-23 में जो कार्य स्वीकृत किया गया है उसमे प्रशिक्षण, सामग्री सप्लाई और निर्माण स्ट्रीट लाईट संबंधी कार्य के नाम से बिना प्रशिक्षण दिए, बिना सामान सप्लाई और बिना निर्माण के अरबों रुपये का घोटाला किया गया है। भंडार क्रय नियम (C.S.I.D.C) के नियमों का पालन नहीं हुआ है। भारत सरकार के GST टैक्स में भी कई करोड़ रुपये की चोरी की गई है। ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाकर कार्य स्वीकृत कर नियम विरुद्ध ढंग से ठेकेदार से कार्य करवाया जा रहा है। इस तरह से किसी भी सामग्री का GST बिल नहीं होने के बाद भी राशि भुगतान किया गया। इस तरह से समस्त राशि का गबन और GST चोरी करने का मामला संजीव झा कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला खनिज संस्थान न्यास, नूतन कंवर मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह सचिव जिला खनिज संस्थान न्यास, भरोसा राम ठाकुर तत्कालीन परियोजना समन्वयक जिला खनिज संस्थान न्यास कोरबा के विरुद्ध करवाते हुए, इनके स्वयं एवं परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर शासकीय राशि का दुरुपयोग कर जमीन, फ़्लैट, और ब्लैक मनी रखा गया है।
0 पढ़ें यह खबर भी ….



