0 गेवरा खदान में शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान की घटना
कोरबा-गेवरा। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति, आज एसईसीएल की गेवरा खदान में अपने जायज हकों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे भूविस्थापित किसानों और उनके परिवारों पर सीआईएसएफ (CISF) के जवानों द्वारा किए गए बर्बर और अमानवीय लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में भर्त्सना करती है। इस लाठीचार्ज में हमारे कई निहत्थे भाई गंभीर रूप से घायल हुए हैं यह कायराना हमला, एसईसीएल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन की एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा है यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि प्रबंधन और प्रशासन, भूविस्थापितों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय, उनकी आवाज को लाठी और गोली के दम पर कुचलना चाहते हैं ।

👉🏻ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने कहा है कि यह दमनकारी घटना, केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी, किसान-विरोधी और कॉर्पोरेट-परस्त नीतियों का जीता-जागता दुष्परिणाम है जो किसान अपनी जमीनें राष्ट्र के विकास के नाम पर खो चुके हैं, आज उन्हीं को अपने अस्तित्व और अधिकारों के लिए लाठियाँ खानी पड़ रही हैं ।
👉🏻यह समय डरने या बिखरने का नहीं,संगठित रहें
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने इस शासकीय दमन के खिलाफ, क्षेत्र के समस्त भूविस्थापित परिवारों, किसानों और न्याय पसंद नागरिकों से एकजुट होने का आव्हान किया है ।
यह समय डरने या बिखरने का नहीं, बल्कि संगठित होकर इस तानाशाही के खिलाफ अपनी आवाज को और बुलंद करने का है याद रखें, हमारा संघर्ष शांतिपूर्ण है, लेकिन कमजोर नहीं है प्रबंधन और प्रशासन की हर लाठी, हमारे संघर्ष को और मजबूत करेगी ।
हम मांग करते हैं कि:-
- घायल हुए सभी आंदोलनकारियों का तत्काल और समुचित इलाज कराया जाए ।
- लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसईसीएल प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों तथा दोषी सीआईएसएफ कर्मियों पर तत्काल आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए ।
- भूविस्थापितों की लंबित मांगों को तत्काल पूरा किया जाए ।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने कहा है कि हमारा यह संघर्ष न्याय मिलने तक जारी रहेगा।


