0 प्रत्याशी ने नाबालिग से भी डलवाया वोट, जांच जारी
कोरबा-पाली। कोरबा जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न तो हो गया है लेकिन मतदान के दौरान पीठासीन अधिकारी से लेकर कई कर्मियों और प्रत्याशी एजेंटों की लापरवाहीपूर्ण कार्य प्रणाली और मतदान के बाद मतगणना की निष्पक्षता को लेकर सवाल पर सवाल उठ रहे हैं।
ताजा मामला पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत पोटापानी का सामने आया है। इसके संबंध में एसडीएम और रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष शिकायत की गई है।
बताया गया है कि 23 फरवरी को तीसरे चरण के चुनाव में यहां प्रत्याशी दिलराज सिंह मरकाम के द्वारा अपने पक्ष में फर्जी मतदान कराए गए। फर्जी मतदान की संख्या तो जांच के बाद पता चलेगी लेकिन प्रारम्भिक तौर पर कुछ वोटों की पुष्टि हो गई है जो दूसरे के नाम का वोट दूसरा कोई डालकर गया है। एसडीएम के समक्ष कथन भी दर्ज कराया जा चुका है और मामले में गहन जान जारी है। ऐसे में पोटापानी पंचायत का निर्वाचन शून्य करने की आवश्यकता शिकायतकर्ता ने बताते हुए यह जानकारी दी है कि जो लोग मतदान के दिन पुरे पंचायत क्षेत्र में उपस्थित ही नहीं थे, उनके नाम का वोट डलवाया गया है एक नाबालिक से भी दूसरे का वोट डलवाया गया और एक दूसरे युवक ने भी फर्जी मतदान किया है जबकि मतदाता सूची में उसका दूर-दूर तक कहीं नाम ही नहीं है और वह अभी हाल ही में बालिग हुआ है। इस तरह की शिकायतें अन्य पंचायत में भी सामने आई है लेकिन पोटापानी के मामले में बताया जा रहा है कि मतदान करने वाले मतदाताओं का यहां के सारे मतदाताओं से अंगूठे लगवाए गए जबकि पीठासीन अधिकारी के निकट मौजूद मतदान कर्मी के द्वारा रजिस्टर में नाम एंट्री करने के बाद आधार कार्ड या मतदान के लिए निर्धारित किए गए किसी भी एक दस्तावेज से मिलान करने उपरांत नाम एंट्री करके मतदाता साक्षर हो तो हस्ताक्षर और अनपढ़ हो तो अंगूठा लगवाया जाता है, लेकिन पोटापानी पंचायत में तो सारे के सारे प्रत्याशी लगभग अनपढ़ ही करार दे दिए गए हैं क्योंकि हस्ताक्षर किसी का भी नहीं लिया गया है, ऐसा बताया जा रहा है। चुनाव की निष्पक्षता पर उठ रहे सवालों के जवाब तो मतदान संबंधी समस्त दस्तावेजों का पुनः अवलोकन और निरीक्षण करने उपरांत ही संभव हो पाएगा।