”कोरबा,कोरबी-चोटिया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत जलग्रहण विकास घटक 2.0 “जल लाए – धन धान्य” मिशन के तहत कृषि विभाग, विकासखंड पोंडीउपरोरा के तत्वाधान में ग्राम पंचायत शेमरा में वॉटरशेड यात्रा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में वाटरशेड विभाग से अधिकारीगण एवं वाटरशेड आर्गनाइजेशन ट्रस्ट से कोरबा टीम को आमंत्रित किया गया।इस अवसर पर वॉटरशेड के महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने बताया कि वर्षा जल और मिट्टी को वॉटरशेड संरचनाओं—जैसे स्टॉप डैम, कुएं, तालाब, गली प्लग और सीसीटी आदि—के माध्यम से संरक्षित किया जा सकता है। इससे भूमिगत जल स्तर में वृद्धि होगी, जिससे पेयजल और कृषि कार्यों में इसका प्रभावी उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही, कृषि उत्पादन बढ़ाकर ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार लाने पर जोर दिया गया।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामवासियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें सुआ नृत्य, डांडिया नृत्य, वॉटरशेड गीत पर नृत्य एवं जल संरक्षण पर आधारित पेंटिंग सहित अन्य कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया।
इस आयोजन में मुख्य अतिथि मनोज चौहान (संयुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य वॉटरशेड विभाग), डी. पी कंवर
(सहायक निदेशक कृषि, जिला कृषि विभाग), श्रीमती तुलसी बाई (सरपंच, ग्राम पंचायत शेमरा), श्रीमती श्यामा बाई (जनपद सदस्य), आशीष यादव (तकनीकी विशेषज्ञ, जलग्रहण घटक 2.0) एवं उनकी टीम,WOTR संस्था से अवि केवट, देवेंद्र बैरागी,तथा स्रोत संस्था से श्री सत्यप्रकाश उपस्थित रहे।
साथ ही, वॉटरशेड ऑर्गनाइज़ेशन ट्रस्ट से अभी केवट द्वारा पसान क्षेत्र के अंतर्गत संचालित “निरंजली” वॉटरशेड परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में ग्रामवासियों एवं संबंधित विभागों का विशेष सहयोग रहा।