कोरबा। प्रदेश के श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन के पुत्र रजनीश देवांगन की 11 फरवरी 2025 को पार्षद चुनाव के लिए मतदान के दौरान वार्ड 6 पुरानी बस्ती से पार्षद प्रत्याशी नूतन सिंह के साथ मतदान केंद्र कमला नेहरू कॉलेज के दौरे की तस्वीर को वायरल कर अब बदनाम करने की साजिश आखिर क्यों रची जा रही है? क्या भाजपा में राजनीति का स्तर इतना नीचे गिरा दिया गया है कि कहीं की तस्वीर किसी दूसरे मौके से जोड़कर सरल छवि के नेता को पूरी तरह बदनाम कर दिया जाय। हालांकि, यह साजिश बेनकाब हो गई है।
निगम सभापति चुनाव में करारी हार के बाद एक गुट इस तरह हाशिए पर चला गया है कि ओछी राजनीति का सहारा लेना पड़ रहा है। अब मंत्री श्री देवांगन और उनके परिवार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा के जमीनी और पुराने सभी कर्तव्य निष्ठ कार्यकर्ता अच्छे से वाकिफ हैं कि मंत्री श्री देवांगन और उनका पूरा परिवार भाजपा के प्रति समर्पित कार्यकर्ता है। आम लोगों की सेवा करना, कार्यकर्ताओं के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलते हैं। आज मंत्री श्री देवांगन की सरलता, सहजता, विकास कार्यों की वजह से बढ़ती लोकप्रियता से अब इस गुट की भविष्य की राजनीति पर लगते पूर्ण विराम को देखते हुए यह हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। क्या लखन देवांगन का हँसमुख भाव वाला चेहरा होना उनके खुद के लिए गुनाह हो गया, क्या विपरीत हालातों में भी पार्टी की विजय को लेकर सहज भाव से बोलना गुनाह हो गया, जो कि उन्होंने अपने स्वभाव के अनुसार पार्टी के ही पक्ष में आये निर्णय को लेकर सहज भाव से बयान दे दिया। अब, बयान का आशय और भाव समझना तो सामने वाले की मानसिकता पर निर्भर करता है। अच्छी भावना से कही गई बातों का भी गलत मतलब निकलवाकर, सिर्फ अपनी बात व सोच को सही ठहराने की जिद ने कोरबा से दिल्ली तक काफी उथल-पुथल मचा रखा है।

इधर इस उथल-पुथल के बीच एक नया झूठ और फरेब का जाल बुनकर जिस तस्वीर को गुट विशेष वायरल करवा रहा है, उसी दिन की और भी फोटो सामने आई है। सच्चाई सामने आने के बाद निगम चुनाव में हारने वाले गुट की किरकिरी हो रही है।

चर्चा है कि इस खेल में अब भाजपा का यह अस्वीकार्य गुट और विपक्ष के कुछ लोगों ने हाथ मिलाकर ओछी राजनीति शुरू कर दी है।