कोरबा। अज्ञात चोरों के द्वारा आस्था के केंद्रों को भी निशाना बनाया जा रहा है। चोरों ने शिवलिंग की चोरी को अंजाम तो दिया पर उसे ले जा नहीं पाए।
इस मामले में पाली के ग्राम पंचायत लाफा की सरपंच श्रीमती संगीता सिंह ने बताया कि गांव में ऐतिहासिक गंगासागर तालाब के मेड़ पर पीपल के पेड़ के नीचे लगभग 100 साल पहले शिवलिंग जलहरि स्थापित किया गया था। यह जलहरि शिवलिंग लोगों की आस्था का केन्द्र है और यहां श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। 22 सितंबर की रात करीब 12 से 3 बजे के मध्य तेज बारिश के दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा चौरा में स्थापित शिवलिंग को चोरी करने का प्रयास किया गया। चोरी की नीयत से शिवलिंग को चौरा से उठाकर अलग किया गया लेकिन उसे ले जा नहीं पाए और चौरा से उठाकर गंगासागर तालाब के किनारे पानी के अंदर पचरी में छिपाकर रख दिया गया था। 23 सितंबर को सुबह पहुंचे ग्रामीणों ने शिवलिंग को गायब पाया तो खबर बड़ी तेजी से गांव में फैली। ग्रामीणों के द्वारा तलाश शुरू की गई तो पचरी में छिपाया गया शिवलिंग बरामद कर लिया गया। दुस्साहसी चोर के विरूद्ध सरपंच की रिपोर्ट पर धारा 379, 511 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।