ताले में नजरबंद घुमन्तू गौवंश दम तोड़ रहे,चारा-पानी नसीब नहीं
कोरबा-पाली। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की नरवा-गरुआ-घुरवा-बाड़ी, गौठान योजना, गोधन न्याय योजना भाजपा की सरकार में ठप्प हो गई है। गौठान उजाड़ होने से गौ वंश सड़क पर हैं, खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सड़क पर मौत की वजह बन रहे हैं लेकिन कुव्यवस्था से इन बेजुबानों की भी जान जा रही है।
जिले में बंद पड़े गौठान बदहाल होते जा रहे हैं। कुछ इसका उपयोग अब भी कर रहे हैं लेकिन अपने हिसाब से। ऐसी ही स्व व्यवस्था के कारण दर्जनों गौ-वंश को ताले में कैद तो कर दिया गया लेकिन उनके चारा-पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से तड़प- तड़पकर असामयिक मौत हो रही है। करीब 6 मवेशियों ने दम तोड़ा है।
मामला जिले के पाली ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत सैला स्थित बंद पड़े गौठान का है। यहां लगभग 70-80 गौ वंशो को कैद कर रखा तो गया है, किन्तु उनके चारे- पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से भूख-प्यास से उनकी मौत हो रही है। मौके पर जाकर देखा गया तब गौठान के भीतर 4- 5 गौ- वंश न जाने कितने दिनों से मृत पड़े थे जिसमें एक बछड़ा भी शामिल है। ग्रामीणों ने बताया कि आवारा घुमंतू मवेशियों के कारण खेतों में लगी फसलें सुरक्षित नही थी।
फसलों को ऐसे मवेशियों से बचाने उन्हें निर्मित गौठान में बंद कर दिया गया है लेकिन उनके लिए चारे- पानी की कोई व्यवस्था नही की गई है, जो कई दिनों से भूखे- प्यासे हैं।
उनकी सुध कोई लेने वाला नही है और इनमे से कुछ गौ- वंश की मौत हो गई है।