KORBA:मजदूरों के अधिकारों को कुचला जा रहा है, अन्याय बर्दाश्त नहीं: संतोष चौहान
छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन ने 13 दिवस के भीतर मजदूरों के हितों की मांगों पर पहल नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
कोरबा-दीपका। साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल दीपका क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक को छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष चौहान के नेतृत्व में मजदूरों के अधिकारों हितों की मांग पत्र एसईसीएल दीपका मुख्य कार्यालय में प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया है ज्ञापन में 13 दिवस के भीतर मांगों पर पहल करते हुए निराकरण करने की मांग किया गया है मांग पूरा नहीं होने पर संपूर्ण दीपका के कोयला खदान के कोयला व मिट्टी खनन कार्य को बंद करने की चेतावनी दी गई है ।
गौरतलब है कि मजदूर देश की आधारशिला है मजदूर के मेहनत से देश के विकास में भरपूर योगदान है मजदूर के बगैर कोई भी कार्य अधूरा है मजदूरों के साथ उनकी वाजिब मजदूरी दर नहीं मिलने के कारण उनके परिवार की जीवकोपार्जन में संकट आ पड़ी है। मजदूरों ने अपनी मजदूरी दर, सुरक्षा अपने परिवार की रोजी-रोटी के लिए प्रबंधन से अनेकों बार पत्राचार और बीच-बीच में कई बार खदान को बाधित किया गया है लेकिन प्रबंधन कुंभकरण की नींद में सो रहे हैं जिसके कारण आउटसोर्सिंग कंपनियों की मनमानी सर चढ़कर मनमानी कर रहे है लाज्मी सी बात है मजदूरों को उनकी वाजिब मजदूरी दर नहीं मिलने पर मजदूर भी मजबूर हो जाते हैं और बाध्य होकर खदान में उतारकर खदान के कार्यों को बाधित करने में मजबूर हो जाते हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिलता है निराकरण व समाधान होने के बजाय प्रबंधन और आउटसोर्सिंग कंपनियों की झूठा आश्वासन के कारण और उलझ जाते हैं मांगो को कभी पूरा ही नहीं करते हैं ।
0 मजदूरों की प्रमुख मांगे:-
■ निर्धारित एचपीसी दर से पेमेंट किया जाए ।
■ मेडिकल की सुविधा प्रदान किया जाए ।
■ सेफ्टी उपकरण जैसे जूता, हेलमेट, रेडियम, जैकेट एवं अन्य उपकरण उपलब्ध कराया जाए ।
■ वार्षिक बोनस प्रदान किया जाए ।
■ आउटसोर्सिंग कंपनियों में भू-विस्थापितों एवं आसपास के प्रभावितों को शत-प्रतिशत रोजगार प्रदान किया जाए ।
छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार चौहान ने एसईसीएल दीपका क्षेत्र अंतर्गत आउटसोर्सिंग कंपनियां जैसे केसीसी, जय अम्बे, पीआरटीपीएल, श्रीराम गोदारा में कार्यरत भू-विस्थापितों, प्रभावितों, मजदूरों को नियमानुसार पेमेंट एवं अन्य सुविधा प्रदान नहीं किया जा रहा है चौहान ने आगे कहा कि उपयुक्त मांगों पर आगामी 13 दिवस के भीतर उचित पहल करते हुए निराकरण करने की मांग एसईसीएल प्रबंधन और आउटसोर्सिंग कंपनियों के अधिकारियों से किया गया है निराकरण नहीं होने पर एसईसीएल दीपका क्षेत्र के संपूर्ण खदान कोयला व मिट्टी खनन कार्य को बंद करने के लिए चेतावनी दिया गया है साथ जिले के मुखिया जिलाधीश, पुलिस कप्तान, अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा, थाना प्रभारी दीपका सहित ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष को पत्र प्रेषित करते हुए कार्यवाही की मांग किया गया है ।