CM की घोषणा से नाराज कंवर समाज, कहा-स्वतंत्रता सेनानी सीताराम कंवर के नाम चौक होना चाहिए
0 वर्ष 2016 में नामकरण व मूर्ति स्थापना की मिल चुकी है स्वीकृति
कोरबा। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कटघोरा के अग्रसेन भवन में आयोजित प्रांत स्तरीय भगवान सहस्त्रबाहु जयंती कार्यक्रम के अवसर पर मंचीय उद्बोधन के दौरान तीन प्रमुख मांगों को पूर्ण किया है। इसमें कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 100 बिस्तर अस्पताल बनाने, कटघोरा बाईपास चौक का नामकरण भगवान सहस्त्रबाहु के नाम पर करने तथा उनकी मूर्ति स्थापना और कटघोरा में सर्किट हाउस की मंजूरी शामिल हैं। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा में शामिल चौक का नामकरण और मूर्ति स्थापना की जानकारी होते ही सातगढ़ कंवर समाज में एकबारगी आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी है। सामाजिकजनों के द्वारा इस संबंध में समाज के सोशल मीडिया पर कई तरह की टिप्पणी करने के साथ-साथ आक्रोश जाहिर करते हुए आंदोलन करने तक की बात भी लिखी जा रही है। सातगढ़ कंवर समाज के युवा प्रभाग प्रांतीय अध्यक्ष महिपाल सिंह कंवर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राजधानी रायपुर रवाना हो चुका है और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बात रखी जाएगी। ऐसे में विरोध बढ़ा तो, सीएम को अपनी घोषणा वापस लेनी पड़ सकती है या जायसवाल समाज से चर्चा कर नामकरण चौक का स्थल परिवर्तन सम्भावित है।
0 क्या है मामला
दरअसल कटघोरा के ग्राम रामपुर बाईपास चौक का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कंवर समाज के आदर्श स्व.सीताराम कंवर के नाम पर किए जाने और उनकी प्रतिमा चौक पर स्थापित करने को लेकर पूर्व में ग्राम पंचायत रामपुर, ब्लॉक पोड़ी उपरोड़ा के द्वारा प्रस्ताव पारित करते हुए इस संबंध में मांग पत्र प्रशासन को भेजा गया और प्रशासन स्तर से कार्यवाही होते हुए एवं मांग के संबंध में सभी वैधानिक कार्रवाई को पूरा कर शासन से इस संबंध में मंजूरी भी प्राप्त कर ली गई है। सत्यसंवाद को बताया गया कि वर्ष 2016 में शासन से चौक का नामकरण और सीताराम कंवर की मूर्ति स्थापना के लिए सरकारी अनुमति मिल गई। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने यह सारी प्रक्रियाओं को पूरा कराया और इसके बाद चौक का विकास और मूर्ति की स्थापना का जिम्मा सातगढ़ कंवर समाज के युवा प्रभाग ने ले लिया। चूंकि उस समय नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा था इसलिए मूर्ति की स्थापना का कार्य बाधित हो गया। इस बीच जेन्जरा बायपास चौक पर रानी दुर्गावती की मूर्ति की स्थापना और चौक का नामकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई लेकिन निर्माण के कारण रामपुर चौक पर शहीद सीताराम कंवर की मूर्ति स्थापना का कार्य लंबित रह गया। एनएच का निर्माण पूरा हो जाने के बाद अपरिहार्य कारणों से सातगढ़ कंवर समाज युवा प्रभाग से इस कार्य में विलंब हुआ और अब जबकि मुख्यमंत्री श्री साय ने भगवान सहस्त्रबाहु के नाम से चौक का नामकरण और मूर्ति स्थापना की घोषणा कर दी, तब यह मुद्दा फिर से उछला है। हालांकि यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने पूर्व की अनुमति की जानकारी के अभाव में नामकरण की घोषणा कर दी है। इस संबंध में अवगत कराने के लिए तथा सीताराम कंवर चौक का नामकरण कर मूर्ति स्थापना के संबंध में जानकारी देने एक प्रतिनिधिमंडल रायपुर रवाना हो चुका है।
0 हर साल होता है कार्यक्रम
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक सदस्य और स्वतंत्रता सेनानी सीताराम कंवर के नाम पर चौक व मूर्ति स्थापना के अगुवा लाल बहादुर कोराम ने सत्यसंवाद को बताया कि वर्ष 2016 में पूर्व विधायक स्व. हीरा सिंह मरकाम के द्वारा रामपुर चौक में श्रीफल तोड़कर चौक का नामकरण,मूर्ति स्थापना के साथ-साथ गोंडवाना भवन और स्टेडियम के लिए भूमि पूजन किया गया था। बाकी कार्य तो पूरे हो गए लेकिन चौक और मूर्ति स्थापना का कार्य शेष रह गया था जिसकी जिम्मेदारी सातगढ़ कंवर समाज के युवा प्रभाग ने ली थी। हर साल सीताराम कंवर की जयंती के अवसर पर उनकी स्मृति में यहां कार्यक्रम भी होते आए हैं। श्री कोर्राम ने बताया कि रानी दुर्गावती के रिश्तेदार संग्राम साय मरावी के गढ़ मंडला (मध्यप्रदेश) साम्राज्य में सीताराम कंवर सेनापति हुआ करते थे। उन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के दौरान वीरगति प्राप्त की, वह कंवर समाज के आदर्श हैं। उन्होंने बताया कि पूरे देश भर में कोरबा एक ऐसा पहला जिला है जहां कंवर समाज संगठित हुआ और सातगढ़ कंवर समाज का संगठन कोरबा से प्रारंभ होकर आज देश भर में फैला है। इस कंवर समाज के आदर्श सीताराम कंवर की प्रतिमा स्थापित करने का बीड़ा उठाया गया है जिसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।