PWD-PMGSY की सड़क PHE के ठेकेदार खराब कर रहे
0 कोरबा जिले में जारी है मनमानी, पीएचई के ईई व अधिकारी शह दे रहे..!
कोरबा। कोरबा जिले में लाखों-करोड़ों कि पीडब्ल्यूडी और प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना की सड़क PHE के ठेकेदारों के द्वारा खराब की जा रही है। यह सब आंखों देखी हो रहा है लेकिन PHE विभाग के अधिकारी इसे झुठलाने पर तुले हैं। सड़क को नुकसान पहुंचाने के मामले में पीडब्ल्यूडी के द्वारा बार-बार PHE के अधिकारियों को नोटिस दिया जाता रहा है लेकिन वह इस पर संज्ञान नहीं ले रहे हैं। PHE के ईई बच्चन साहब तो फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते। एक बार फिर PHE को सुधार के लिए नोटिस देने के साथ-साथ पेनल्टी लगाने की भी तैयारी की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि 50 लाख रुपए से अधिक की पैनाल्टी का एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। या तो सुधार करना होगा या जुर्माना देना होगा।
कोरबा जिले में कटघोरा से अंबिकापुर मार्ग में पीडब्ल्यूडी की सड़क के किनारे कॉलर खोदकर पाइप लाइन बिछाने का काम कराया जा रहा है। PHE के द्वारा पहले जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम दिया गया, जिसके ठेकेदारों ने सड़कों के किनारे कॉलर खोदकर पाइपलाइन बिछाया ल। इसके करीब 6-7 महीने बाद अब एक बार फिर सड़कों के कॉलर को खोदकर मल्टी विलेज योजना के तहत बड़ी पाइपलाइन बिछाने का काम हो रहा है मल्टी विलेज योजना के तहत सड़क के कॉलर खोदे जाने से जहां सड़क कमजोर हो रही है वहीं जल जीवन मिशन योजना के तहत कुछ माह पहले ही बिछाए गए पाइपलाइन को भी तहस कर दिया गया है।
इसके साथ-साथ भारत नेट योजना के तहत बिछाए गए फाइबर केबल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मल्टी विलेज योजना का क्रियान्वयन कर रही ठेका कंपनी की लापरवाही के कारण जहां लाखों-करोड़ों की जल जीवन मिशन योजना और भारत नेट योजना की दुर्गति की गई है वहीं PHE के ईई से लेकर जिम्मेदार मैदानी अधिकारियों के द्वारा इसकी अनदेखी की जा रही है।
एक बड़ी योजना का क्रियान्वयन करने के लिए पहली योजना का सत्यानाश कर दिया गया जबकि जल जीवन मिशन का काम करने वाले फर्म को अभी आधी राशि का ही भुगतान किया जा सका है। ऐसे में सरकारी पैसे की बर्बादी की जा रही है,सड़क का नुकसान हो रहा है वह अलग।
0 SDO ने निरीक्षण में पाया,नुकसान हो रहा है
पिछले दिनों लोक निर्माण विभाग की कटघोरा एसडीओ नित्या सिंह ठाकुर ने सब इंजीनियर व अन्य अमले के साथ इन क्षेत्रों में पहुंचकर निर्माण कार्यों का अवलोकन किया गया। पाया गया कि पीडब्ल्यूडी निर्मित सड़क के कॉलर को टच करके नुकसान पहुंचाया गया है। इससे सड़क की मजबूती प्रभावित होने के साथ ही उसके समय से पहले क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने सत्यसंवाद को बताया कि PHE को बार-बार सड़क का कॉलर खोदने से हो रहे नुकसान को रोकने और मरम्मत करने के लिए कहा जा चुका है, नोटिस दी जा चुकी है लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पूरी सड़क इनके कारण बर्बाद होने की कगार पर है। PHE को नोटिस देने के साथ-साथ लगभग 50 लाख से अधिक की रकम का एस्टीमेट तैयार कर भरपाई के लिए पीडब्ल्यूडी के द्वारा PHE को भेजा जा रहा है। इसके लिए एस्टीमेट कार्यपालन अभियंता कार्यालय कोरबा से फाइनल होना है। इस संबंध में ईई श्री जांगड़े से संपर्क करने का कई बार प्रयास किया गया, किंतु उनका फोन नहीं उठा।
0 16 करोड़ की सड़क के अस्तित्व पर भी खतरा
कटघोरा से जटगा के बीच करीब 16 करोड़ की लागत से साल भर पहले सड़क का निर्माण( BT रिनिवल) कराया गया। डामर रोड बनने के बाद इसके अगल-बगल के कॉलर को अभी मल्टी विलेज योजना का क्रियान्वयन के लिए खोद दिया गया है। इससे सड़क की मजबूती और अस्तित्व पर संकट उत्पन्न होने की पूरी संभावना है। साथ ही सड़क ठेकेदार के लिए परेशानी का सबब भी बन गया है कि अगले 4 साल तक गारंटी में रहने वाली सड़क की रक्षा वह कैसे कर पाएगा? सड़कों के किनारे गड्ढे खोद कर पाइपलाइन बिछा देने के बाद इस तरह के हालात निर्मित हुए हैं। मल्टी विलेज योजना से ग्रामीणों को पानी मिलेगा, यह अच्छी बात है लेकिन इसका क्रियान्वयन करने-कराने में बरती जा रही लापरवाही/मनमानी के कारण सरकार की दूसरी योजना के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न होना भी चिंताजनक है।