0 जांच टीम के आने से 3-4 दिन पहले से तैयारी
0 ऑडियो से हुआ ख़ुलासा, बद्री अग्रवाल के साथ मिलकर रची जा रही थी साज़िश
कोरबा। नगर निगम का सभापति चुनाव में हार के बाद कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन और भाजपा के प्रदेश मंत्री विकास महतो के ख़िलाफ़ हितानन्द अग्रवाल और उसके क़रीबी बद्री अग्रवाल द्वारा रची जा साज़िश का बड़ा ख़ुलासा हुआ है।
सभापति चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जांच टीम गठित कर दी गई है जिसके पर्यवेक्षक और मुखिया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल हैं। 17 मार्च को यह टीम कोरबा आने वाली है और इस टीम के आने से पहले एक ऐसा जाल बुना गया जिसमें मंत्री लखन लाल देवांगन और विकास महतो को फंसा कर उनके साफ-सुथरी छवि पर दाग लगाने की कोशिश होती दिख रही है।हितानन्द अग्रवाल चंद पार्षदों की बोली लगा रहे हैं। पर्यवेक्षक गौरीशंकर अग्रवाल के समक्ष अपने पक्ष में बयान दिलवाने के लिए 50 हज़ार से लेकर एक लाख तक सेटिंग करने की कोशिश बालको क्षेत्र के एक पत्रकार के माध्यम से की गई है।
इसका ख़ुलासा ऑडियो काल रिकॉर्ड से हुआ है। हम इस वायरल ऑडियो की पुष्टि तो नहीं करते लेकिन एक आवाज हितानंद, दूसरी उनके सहयोगी बद्री और तीसरी आवाज बालको के पत्रकार की है।
पिछले कुछ दिनों से हितानन्द अग्रवाल और बद्री अग्रवाल अपने कुछ लोगों के माध्यम से इस कारनामे को अंजाम देने में जुटे हैं। जाँच टीम के सामने मंत्री देवांगन के ख़िलाफ़ झूठा और मनगढ़न्त बयान देने के लिये ये पूरी साज़िश रची जा रही है।
0 बालकोनगर के 3 पत्रकारों को दिया ठेका, पार्षदों का वीडियो बनाने पर 50 हज़ार तक का ईनाम
ऑडियो में स्पष्ट है कि बताया हितानन्द अग्रवाल ने सभापति चुनाव में हार के बाद बाल्को नगर के कुछ पत्रकारों को अपने घर पर बुलाकर यह रणनीति बनाई थी, पत्रकारों को कहा गया कि पार्षदों का मंत्री और विकास महतो के ख़िलाफ़ झूठा वीडियो बनाकर लाने पर 50 हज़ार तक की राशि पर बात हुई। जिसके मुताबिक़ पार्षदों को भी एक लाख तक की राशि देने पर डील हुई।
0 लखन का मन्त्री पद जाएगा, लेकिन अरुण साव तो रहेगा
ऑडियो में बद्री अग्रवाल का कहना है की चिंता की कोई बात नहीं है, जो पार्षद हितानंद के पक्ष में बयान देगा उसके लिए हम खड़े हैं, लखन का मंत्री पद तो जाएगा, लेकिन अरुण साव तो रहेगा। उस पार्षद के वार्ड में पूरा काम होगा, फायदा होगा, चिंता की कोई बात नहीं है। पत्रकार बताता है कि वह इन पार्षदों को स्पष्ट कर रहा है कि हितानंद अग्रवाल से जीवन भर काम पड़ना है, कमाई भी होगी और वार्ड में काम नहीं कराया तो भी जिंदगी भर का संबंध बन जाएगा तो लाभ ही होगा।
0 बंदे, मैत्री, रजत से बात करो, सब फ़ाइनल है
वायरल ऑडियो के मुताबिक हितानंद अग्रवाल पार्षदों को ख़रीदने कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। भाजपा के पार्षदों बंदे, मैत्री, रजत से बात कर उनसे अपने पक्ष में व लखन-विकास के विरुद्ध में बयान के लिए डील की जा रही है।
0 वीडियो बनाने का 50 हज़ार,जाँच दल को बयान देने के बाद 50 हज़ार:/ हितानन्द अग्रवाल और उसके क़रीबी ने बड़े ही शातिर तरीक़े से साज़िश रची है। पार्षदों को लखन-विकास के खिलाफ में वीडियो बनाने का 50 हज़ार और जाँच दल के आगे बयान देने का स्टिंग करने के बाद 50 हज़ार देने की डील की गई। यहाँ तक की जाँच दल के सामने बयान देते समय कॉल चालू करने की भी बात हुई है, ताकि बयान की पुष्टि बाहर बैठे हितानन्द तक पहुंच सके। डील और बातचीत करने के लिए होली के बाद 15-16 तारीख को बैठने की बात कही जा रही है। बुधवारी के मेडिकल दुकान में बैठकर आगे की रणनीति बनाने की भी बात इस ऑडियो में सुनाई पड़ रही है। बद्री एक जगह यह भी कहते सुनाई दे रहा है कि कुछ पार्षद 10-20 हजार में तैयार करो।
0 पार्षद बोलने को तैयार नहीं, हितानन्द के मसूबों पर फिरा पानी
एक रिकॉर्ड में सुना जा रहा है कि पत्रकार द्वारा हित्तानंद से कहा जा रहा है कि पार्षद मंत्री और विकास महतो के ख़िलाफ़ कुछ बोलने को तैयार नहीं है, क्योंकि उन्होंने कुछ कहा ही नहीं है। जब हितानन्द से कहा गया कि लेकिन वो आपके लिए बोलने को तैयार हैं तो हितानन्द का कहना था कि आप देख लो, बात कर लो, मिलने आइए। वहीं दूसरी तरफ बद्री अग्रवाल क्या कहते हैं सुने जा रहे हैं कि पार्षदों को सच ही बुलवाना है। पत्रकार का कहना है कि उसके दो और साथी हैं, होली से पहले कुछ खर्चा मिल जाता तो ठीक रहता। हितानंद उनसे कह रहे हैं कि व्यवस्था करते हैं। पत्रकार यह भी बताता है कि पार्षद तो 2 लाख मांग रहे थे लेकिन बड़ी मुश्किल से एक लाख में तैयार किया हूं। हितानंद को अन्य पार्षदों पर भी भरोसा नहीं है इसलिए दो किस्त में पैसे देने की बात हुई और उनके सहयोगी बद्री अग्रवाल कह रहे हैं। इस बात से पत्रकार हिचकिचाता है तो उसे बात समझाई जाती है तो वह भी तैयार हो जाता है। पार्षद मैत्री का 12 से 13 मिनट का वीडियो भी बना लेने की बात पत्रकार ने इन दोनों को बताई।
छत्तीसगढ़िया नेतृत्व को समाप्त करने का षड्यंत्र0

नगर निगम के सभापति नूतन सिंह ठाकुर ने इस मामले में कहा है कि एक मध्यमवर्गीय परिवार के अधिवक्ता के सभापति बन जाने से पूंजीवादी वर्ग इतना बैचेन है कि मुझे हटाने साजिश रची जा रही है। कोरबा में छत्तीसगढ़िया नेतृत्व को समाप्त करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। ऐसे षड्यंत्रकारियों के खिलाफ चुनाव लडने पर मुझे भाजपा का बागी कहा गया, लेकिन ये लोग भाजपा के गद्दार है। कांग्रेस राज में पूंजीपतियों का बोलबाला था अब भाजपा राज में किसी भी तरह सत्ता पाने पूंजीवादी छटपटा रहें हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि पूंजीवाद के खिलाफ लड़ाई में जनता मेरा साथ देगी। भाजपा नेतृत्व से मांग करता हूं कि ऐसे षड्यंत्रकारियों लोगो को तुरंत भाजपा से निष्कासित करना चाहिए।