कोरबा-कटघोरा। छुरीकला नगर के समीप ग्राम पंचायत पंड़रीपानी के गौचर शासकीय भूमि को पट्टा बनाकर भू स्वामी हक में बदल कर खरीदी- बिक्री किया गया है। उक्त भूमि के सीमांकन पर ग्राम पंचायत पंड़रीपानी की सरपंच छतन बाई, जिला पंचायत सदस्य सुषमा रजक एवं जनपद सदस्य शारदालता यादव और ग्रामवासियों ने सीमांकन स्थल पर पहुंच कर विरोध जताया। इनके द्वारा जिला कलेक्टर को पत्र दिया गया है।
बता दें कि नगर क्षेत्र में जमीन दलालों की बढ़ती सक्रियता से शासकीय बड़े झाड़ के जंगल और गौचर भूमि को भी खरीदी-बिक्री शासन-प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला विकासखण्ड कटघोरा के अंतर्गत ग्राम पंचायत पंडरीपानी के समीप का है जहां खाली पडे गौचर भूमि पर कब्जा के लिए तहसीलदार दर्री की उपस्थिति में सीमांकन किया गया। इसका विरोध ग्राम सरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा किया गया।
बताया जाता है ग्राम के गौचर जमीन को 20 वर्ष पहले दलालों ने मिलकर फर्जी ढंग से पट्टा बनाकर भूस्वामी हक कर खरीदी बिक्री किया है जिसे कब्जा के लिए बुधवार 25 जून को दर्री तहसीलदार, आर आई, पटवारी द्वारा सीमांकन किया जा रहा था।
0 ग्रामीणों ने दी यह जानकारी
इस सबंध में ग्राम के महाबीर का कहना है ग्राम में राखड़ बांध बनाए जाने के दौरान गौचर भूमि भी बांध में चली गई। जो भूमि बचा था उसे गौचर के लिए उपयोग किया जा रहा था लेकिन उसे भी दलालों के माध्यम से कूटरचना कर बिक्री कर दिया गया जिससे ग्राम के जानवरों को गौचर की बड़ी समस्या खड़ी होगी।
बाबूलाल भारिया ने बताया क्षेत्र में जमीन दलाल सक्रिय होने से शासकीय भूमि भेंट चढ़ रही है । 20 सालों से जिस भूमि को गौचर के लिए उपयोग किया जा रहा था, उसी भूमि को बिक्री कर दिया गया। ग्राम सरपंच छतन बाई का कहना है कि इसकी शिकायत जिला कलेक्टर और क्षेत्रीय विधायक को पत्र के माध्यम से किया गया है तथा पंचायत स्तर पर उक्त गौचर भूमि को लेकर प्रस्ताव पारित कर राज्य शासन को भेजा जायेगा।
जनपद सदस्य शारदा लता जीवन यादव ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारी द्वारा सरपंच व जनप्रतिनिधियों के बातों को अनसुना किया जा रहा है तथा जमीन की पूरी जानकारी देने में आनाकानी कर बहकाया जा रहा है। अधिकारियों की इस रवैये से ग्राम वासी व पंच,सरंपच, जनपद सदस्य, राजस्व शासन प्रशासन के प्रति असंतुष्ट नजर आ रहे हैं।