🙏🏻एसपी भोजराम पटेल की पहल से अभिभूत है पुलिस परिवार,दे रहे साधुवाद
मुंगेली। 7 सितम्बर से अपने-अपने पितरों के श्राद्धकर्म व मोक्ष के विशेष पखवाड़ा पितृ पक्ष का प्रारम्भ हो चुका है। हिन्दू संस्कृति-सभ्यता और पौराणिक मान्यता के इस विशेष पक्ष के दौरान जिला पुलिस बल मुंगेली के शहीद एवं दिवंगत पुलिस कर्मियों की पावन स्मृति को नमन करते हुए, उनकी आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए पुलिस परिवार द्वारा श्रीमद्भागवत ज्ञान सप्ताह यज्ञ का आयोजन कराया जा रहा है।
यह आयोजन जिला पुलिस परिवार का मुखिया होने के नाते पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल की प्रेरणा से प्रारंभ हुआ है। उनका मानना है कि शहीदों की याद केवल स्मारकों तक सीमित न रहकर, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के माध्यम से भी अमर रहनी चाहिए। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति को चिरस्थायी बनाना है, बल्कि समाज में धर्म, संस्कृति और अध्यात्म के प्रसार का संदेश देना भी है। एसपी भोजराम पटेल ने कहा, “पुलिसकर्मी सिर्फ कानून और व्यवस्था के प्रहरी नहीं होते, वे समाज की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सच्चे योद्धा होते हैं। उनकी आत्मा की शांति के लिए हम सभी का यह नैतिक कर्तव्य है कि उनके लिए प्रार्थना करें और उनकी वीरता को नई पीढ़ी तक पहुँचाएँ।”
0 सम्भवतः ऐसा पहला आयोजन
हमारी जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में शहीद व दिवंगत पुलिसकर्मियों के मोक्षार्थ व स्मृति में श्रीमद्भागवत ज्ञान सप्ताह यज्ञ का यह पहला आयोजन माना जा रहा है। इस पहल ने पुलिस विभाग के साथ-साथ आम जनमानस को भी गहरे तक प्रभावित किया है। यह श्री पटेल की अपने पुलिस परिवार के प्रति गहरी संवेदनशीलता व अपनेपन को भी दर्शाता है।
0 कलश यात्रा से हुआ शुभारम्भ
कथा आयोजन की शुरुआत 8 सितंबर सोमवार को प्रातः 10 बजे कलश यात्रा से हुई। पुराना पुलिस कालोनी, बचपन स्कूल के पास कथास्थल तक कलश यात्रा निकाली गई जिसमें पुलिस परिवार की महिलाओं,युवतियों,बालिकाओं के साथ-साथ आसपास के रहवासी श्रद्धालु भी शामिल हुए। इसके पश्चात शाम 4 बजे से प्रथम दिवस की कथा प्रारंभ हुई। यज्ञाचार्य गुरुदेव भगतराम मिश्र (बरपाली) के सान्निध्य में कथावाचक उमाकांत मिश्र एवं सूरज मिश्र (बरपाली) के श्रीमुख से कथा उच्चरित हो रही है।
0 प्रतिदिन की कथा प्रसंग का विवरण

श्रीमद्भागवत कथा प्रतिदिन शाम 4 बजे से हरि इच्छा तक चलेगी।
09 सितंबर (मंगलवार): परीक्षित जन्म एवं वाराह अवतार
10 सितंबर (बुधवार): ध्रुव एवं प्रह्लाद चरित्र
11 सितंबर (गुरुवार): श्रीराम कथा एवं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
12 सितंबर (शुक्रवार): बाल लीलाएँ एवं गोवर्धन पूजा
13 सितंबर (शनिवार): श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह
14 सितंबर (रविवार): सुदामा चरित्र एवं कथा विश्राम के पश्चात
15 सितंबर (सोमवार) को हवन,पूर्णाहुति एवं सहस्त्रधारा के साथ कथा का समापन होगा।
0 पुलिस परिवार का आमंत्रण

एसपी भोजराम पटेल ने पुलिस परिवार की तरफ से जिलावासियों एवं आस-पास के क्षेत्रों के श्रद्धालुजनों से अनुरोध किया गया है कि वे सपरिवार इस कथा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त कर अपने जीवन को कृतार्थ करें।