0 कोरबा जिले में सत्य घटना पर आधारित अजीबोगरीब मामला
0 नदी में मिले अज्ञात लाश की पहचान लापता के रूप में किया, पर वह कोई औऱ निकला,फिर से शिनाख्त में जुटी पुलिस
कोरबा। इस तरह की घटनाएं अक्सर फिल्मों में दर्शाई जाती हैं लेकिन रील नहीं बल्कि रियल लाइफ में सत्य घटना पर आधारित यह घटनाक्रम कोरबा जिले में घटित हुआ है। बिना बताए लापता हुए युवक की तलाश के दौरान एक अज्ञात लाश को इस युवक के रूप में पहचान के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई, अंतिम संस्कार की पूर्व रात्रि घर में मातम छाया हुआ था। रिश्तेदार इकट्ठा हुए थे कि आधी रात वही युवक गांव की गलियों से होता हुआ अपने घर पहुंचा। उसे देख भूत-भूत का शोर मच गया,पर कुछ ही देर में मातम में डूबे परिवार में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी। अब पुलिस के सामने इस बात की टेंशन बढ़ गई है कि आखिर जिस शव को सुपुर्द कर दिया गया था, आखिर वह मृतक कौन है, उसका वारिस कौन है…?
0 ससुराल से लापता हुआ था युवक
कोरबा जिले के कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत गेवरा बस्ती के विश्रामपुर मोहल्ला का निवासी हरिओम वैष्णव पिता हेमेश्वर वैष्णव 27 वर्ष, 5 दिन पूर्व अपने ससुराल दर्री परिवार सहित गया था। वह ससुराल से घर जाने निकला किन्तु घर वापस नहीं पहुंचा। परिजनों व रिश्तेदारों के द्वारा काफी खोजबीन के बाद दर्री थाना में उसके गुमशुदगी की सूचना दी गई व पुलिसिया तलाश शुरू हुई।
0 बांकीमोंगरा क्षेत्र में मिली लाश

इधर, सोमवार 8 सितम्बर की दोपहर बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत डंगनिया नदी में एक शव बहकर आने की खबर मिली। बांकीमोंगरा पुलिस ने शव को नदी से बाहर निकलवाकर शिनाख्त का प्रयास किया। इस बीच हरिओम वैष्णव के गुमशुदगी की जानकारी पर पुलिस ने उसके परिजनों को शव पहचाने के लिए बुलाया। चूंकि पानी में डूबे रहने की वजह से शव काफी हद तक फूल चुका था, लेकिन उसके बाल दाढ़ी,रंग,कद-काठी लापता हरिओम के समान होनेऔर हाथ में पत्नी के नाम का पहला अक्षर आर का टैटू होने से शव को हरिओम के रूप में पहचाना।
0 परिवार का रो-रो कर बुरा हाल
पुलिस द्वारा परिजनों के समक्ष मर्ग पंचनामा बाद शव को बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम के उपरांत शव को परिजनों को सौंप दिया गया। कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत विश्रामपुर स्थित घर में कोहराम मचा रहा,परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। मंगलवार को अंतिम संस्कार किए जाने की सूचना पर रिश्तेदार- नातेदार घर पहुंचने लगे। घर पर मृत देह पड़ी थी, परिजनों के लिए यह रात भारी थी,आंखों से नींद गायब थी कि इसी बीच आधी रात को आसपास भूत-भूत का शोर होने लगा। हरि ओम को पैदल मोहल्ले की तरफ आता देख लोगों के होश उड़ गए। हरि ओम ने इनसे कहा कि वो कोई भूत नहीं बल्कि जिंदा है। ससुराल और घर वालों की किसी बात से नाराज होकर कही चला गया था। उसे वापस पाकर मातम भरे घर व परिजनों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
0 अब यह लाश किसकी,पुलिस पशोपेश में
हरिओम तो जिंदा निकला, तो उसे मृत पहचानकर जिस लाश को घर ले आए, फिर वह मृतक कौन है? इन सवालों के बीच कुसमुण्डा व बांकी पुलिस को सूचना दी गई। कुसमुंडा पुलिस द्वारा रात में ही एंबुलेस की व्यवस्था कर शव को बांकीमोंगरा पुलिस को सौंपा गया। मर्च्युरी में रखे शव की पहचान कराने फिर पुलिस जुटी है लेकिन पोस्टमार्टम हो जाने के कारण ज्यादा दिन रख पाना सम्भव न होने से उसका अंतिम संस्कार किया जाना जरूरी हो जाएगा।


