कोरबा। छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मचारी संघ का आंदोलन जारी है। 25 कर्मचारी साथियों की बर्खास्तगी के बाद राजधानी में प्रदेश भर से पहुंचकर प्रदर्शन के दौरान सभी 16 हजार कर्मियों द्वारा सामूहिक इस्तीफा दिया गया। मांगों की अनदेखी से बढ़ते आक्रोश के बीच संघ की कोरबा जिला इकाई ने आध्यात्मिक अंदाज़ में अपना विरोध दर्ज कराया। जल सत्याग्रह करते हुए ढोल-मांदर की थाप पर जसगीत गायन कर व माता के जयकारे लगाते हुए भजन-कीर्तन कर माँ सर्वमङ्गला को चुनरी भेंट की गई।
बड़ी संख्या में NHM कर्मचारियों ने हसदेव नदी में उतरकर अपनी लंबित मांगों को दोहराते हुए नारेबाजी कर ‘जल सत्याग्रह’ किया।

इसके बाद सभी कर्मचारियों ने एक ‘मनोकामना रैली’ निकाली और मां सर्वमंगला को चुनरी भेंट कर सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की प्रार्थना की।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी मुख्य मांगों में वेतन विसंगति का निराकरण, नियमितीकरण और अन्य सेवा संबंधी लाभ शामिल हैं। कर्मचारियों का कहना है कि वर्षों से आंदोलन और कई ज्ञापन देने के बावजूद उनकी समस्याओं का हल नहीं निकला, जिससे अब वे शांतिपूर्ण लेकिन प्रतीकात्मक तरीके से संघर्ष को आगे बढ़ा रहे हैं।
संघ का कहना है कि मोदी की गारंटी में शामिल उनकी मांग पूरी की जानी चाहिए। इस तरह के प्रदर्शन से सरकार का ध्यान उनकी समस्याओं की ओर ला रहे हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी भी दी कि जब तक उनकी जायज़ मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।


